Vande Bharat: इस एक्सप्रेस के सफर में सन्नाटा, 80% सीटें रहीं खाली

हैदराबाद। देश की कथित तौर पर सबसे लोकप्रिय ट्रेन वंदे भारत आए दिनों सुर्खियों में रहती है। इस ट्रेन को लेकर रेलवे भी काफी उत्साहित है। रेलवे द्वारा इस ट्रेन का परिचालन अलग-अलग रूटों पर किया जा रहा है। अलग-अलग रूटों पर इस ट्रेन के चलने से यात्रियों में भी एक नया जोश है। ज्यादातर वंदे भारत ट्रेनें अपने सफर में फुल रहती हैं लेकिन हाल ही में शुरू की गई सिकंदराबाद-नागपुर वंदे भारत यात्रियों की कमी से जूझ रही है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेन में 80% से ज्यादा सीटें खाली रह रही हैं, जिससे रेलवे अधिकारी हैरान हैं। यह तेलंगाना में पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस है जिसे 16 सितंबर को विदर्भ और तेलंगाना के औद्योगिक केंद्रों जैसे रामागुंडम, काजीपेट और सिकंदराबाद को जोड़ने के लिए शुरू किया गया था।

ट्रेन नंबर 20102 वंदे भारत एक्सप्रेस की 1,440 में से 1,200 सीटें खाली रह रही हैं जिससे इसका ऑक्यूपेंसी सिर्फ 20% रह गया है। रविवार को ट्रेन के रवाना होने से कुछ घंटे पहले 1,200 सीटें खाली थीं। खास बात ये है कि एग्जीक्यूटिव क्लास की 88 सीटों में सिर्फ 10 लोगों ने ही बुकिंग की थी।

इसके उलट हैदराबाद से बेंगलुरु चेन्नई और विशाखापत्तनम जाने वाली वंदे भारत ट्रेनों में भारी मांग देखी जा रही है, जहां इन रूट के ट्रेनों की ऑक्यूपेंसी 90% से 100% के बीच है। विशाखापत्तनम वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए तो सोमवार को टिकटें वेटिंग लिस्ट में थीं जिससे इन ट्रेनों की लोकप्रियता साफ दिखती है।

सिकंदराबाद-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस  7 घंटे 15 मिनट में अपनी यात्रा तय करती है। इस ट्रेन में दो एग्जीक्यूटिव और 18 चेयर कार कोच हैं जिनमें कुल 1,440 सीटें हैं। यह ट्रेन काजीपेट, रामागुंडम, बल्हारशाह, चंद्रपुर और सेवाग्राम जैसे स्टेशनों पर रुकती है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अगर यात्रियों की कमी ऐसे ही बनी रही तो ट्रेन के कोचों की संख्या घटाकर 20 से 8 कर दी जाएगी। ऐसा करने से इस ट्रेन में करीब 500 सीटें ही रह जाएंगी।

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