शिवपुरी। मध्य प्रदेश में जहां लोकसभा चुनाव में दिग्गजों ने अपनी ताकत झोंक दी है। वहीं उनके परिवार के लोग भी अपनों के समर्थन में प्रचार-प्रसार करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। प्रदेश में सियासी दलों का फोकस आदिवासियों पर है। आदिवासी वोटरों को लुभाने के लिए तरह-तरह के जतन किए जा रहे हैं। यही वजह है कि महाराज को जिताने के लिए ग्वालियर का राजमहल छोड़कर महारानी और युवराज आदिवासियों के घर पहुंचकर कहीं रोटियां बना रहे हैं तो कहीं जमीन पर बैठकर भोजन कर रहे हैं।
बीते रोज भी पिछोर के ग्रामीण इलाके में प्रियदर्शनी राजे सिंधिया एक ग्रामीण के घर में चूल्हे पर रोटी बनाती नजर आईं। वहीं दूसरी ओर पुत्र आर्यमन सिंधिया भी शहर के बाजारों की गलियों में कभी लस्सी पीते दिखे तो कभी जिम में एक्सरसाइज करते हुए युवाओं के बीच पिता के लिए वोट मांगते नजर आए। कल रविवार को महाआर्यमन भी ग्रामीण क्षेत्र में एक आदिवासी परिवार के घर चूल्हे के पास बैठकर रोटी खाते हुए दिखे।
महारानी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह एक ग्रामीण के घर महिलाओं के साथ चूल्हे में रोटी बना रही हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा कि महारानी ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की पोल खोल दी। अगर उज्ज्वला योजना का लाभ लोगों को मिल रहा है तो चूल्हे में क्यों रोटी बनाई जा रही है। कांग्रेस ने महा आर्यमन के आदिवासी के घर खाना खाने के वीडियो पर भी तंज कसा है, कहा है कि वो संस्कार भूल गए हैं, जूता पहन कर खाना खा रहे हैं।