MP से मोदी मंत्रिमंडल में 3 कैबिनेट, 2 राज्य मंत्रीः शिवराज पहली बार बने केंद्रीय मंत्री; सिंधिया और डॉ. वीरेंद्र कुमार ने भी ली शपथ
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेते ही इतिहास रच दिया है. मोदी भारतीय राजनीति के दूसरे ऐसे नेता बन गए है जिन्होंने लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली है. इससे पहले केवल भारत में पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने यह कारनामा किया था. भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता, मोदी ने अपने करिश्माई नेतृत्व और व्यापक जन समर्थन के बल पर लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल की है.
पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के साथ ही मंत्रिमंडल में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन और नए चेहरे शामिल किए गए हैं. नई कैबिनेट का गठन इस प्रकार किया गया है कि वह देश की वर्तमान चुनौतियों और अवसरों का प्रभावी ढंग से सामना कर सके. कैबिनेट के प्रमुख चेहरों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, एस जयशंकर, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण जैसे नाम शामिल है. गठबंधन के साथियों की ओर से मंत्रिमंडल में टीडीपी नेता राम मोहन नायडू और चंद्रशेखर पेम्मासानी जैसे नाम शामिल है
एमपी की बात करें तो मोदी मंत्रिमंडल में मध्यप्रदेश से 5 चेहरों को जगह मिली है। इनमें 3 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री शामिल हैं। शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। जबकि दुर्गादास उईके और सावित्री ठाकुर ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है।
विदिशा से सांसद और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान केंद्र में पहली बार मंत्री बने हैं। वहीं गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार दूसरी बार मोदी कैबिनेट के सदस्य बने हैं। टीकमगढ़ से सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार लगातार तीसरी बार केंद्र में मंत्री बने हैं। उन्होंने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली है।
2 चेहरे ओबीसी, 2 एसटी और एक एससी वर्ग से
मध्यप्रदेश से केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनाए गए तीन चेहरों में शिवराज और सिंधिया ओबीसी वर्ग से आते हैं। जबकि डॉ. वीरेंद्र कुमार एससी वर्ग से हैं। शिवराज छठवीं बार और सिंधिया 5वीं बार सांसद बने हैं। वहीं डॉ. वीरेंद्र कुमार 8वीं बार के सांसद हैं।
दुर्गादास उईके एसटी वर्ग से आते हैं, वे बैतूल से दो बार के सांसद हैं। सावित्री ठाकुर एसटी वर्ग से हैं और धार से दो बार की सांसद हैं। दोनों पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं। दोनों ही केंद्र में पहली बार मंत्री बने हैं।
शिवराज को 6 महीने बाद मिली बड़ी जिम्मेदारी
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को छह महीने बाद बड़ी जिम्मेदारी मिली है। विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद पिछले साल 11 दिसंबर को डॉ. मोहन यादव भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए। उसी दिन शिवराज ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
वीडी शर्मा जा सकते हैं संगठन में
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के भी कैबिनेट में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी, पर फिलहाल उनका नाम बाहर हो गया है। अब माना जा रहा है कि उन्हें संगठन में कोई अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।