MP: आदिवासियों की जिस जमीन में खजाना छिपा, झांसा दे कौड़ियों के दाम पर खरीदी

डिंडोरी। मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला डिंडोरी में अपनी जमीन को लेकर बैगा और यादव समाज के लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. वर्ष 2015-16 में आदिवासी गांव में सैकड़ों एकड़ जमीन भोले-भाले लोगों से कौड़ियों के दाम खरीद ली गई. इस जमीन में प्रचुर मात्रा में बॉक्साइट मिला है. बता दें कि बॉक्साइट को धरती का सोना कहा जाता है. जमीन खरीदने वाले लोग कटनी जिले के बताए जा रहे हैं और बिकवाने वाले दलाल डिंडोरी जिला के बजाग क्षेत्र के हैं।
कुछ दिनों पहले जब बीजेपी विधायक संजय पाठक इन गांवों में पहुंचे तो पता चला है कि जिस जमीन को बैगा और यादव समाज से खरीदा गया, उस जमीन पर बॉक्साइट है. ये जानकरी मिलते ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने मोर्चा खोल दिया. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं ने पीड़ित ग्रामीणों से विस्तार से जानकारी ली. ग्रामीणों ने बताया कि कई एकड़ जमीन धोखाधड़ी से ली गई है. झांसा देकर हम लोगों को ठगा गया है. ये मामला डिंडोरी जिले के बजाग विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पिपरिया का है।
पिपरिया गांव में बॉक्साइट का भंडार
पिपरिया गांव में बैगा और यादव समाज के अधिकांश लोग निवास करते हैं. इस गांव से जंगल लगा हुआ है, जहां जमीन में बड़ी मात्रा में बॉक्साइट है. इस जमीन का सर्वे भी किया जा चुका है. इसी के चलते बड़े कारोबारियों की नजर बजाग क्षेत्र के उन इलाकों में हैं, जहां बॉक्साइट बड़ी मात्रा में है. पिपरिया गांव के ग्रामीण कृष्ण कुमार यादव का आरोप है “उनकी जमीन गांव के आसपास से जुड़े दलालों ने ओने-पौने दाम पर बिकवा दी है. जमीन अगर दो एकड़ बेची गई है तो कागज में 20 एकड़ की रजिस्ट्री करवाई गई.”
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने खोला मोर्चा
पीड़ित सुकरिया बाई का कहना है “हम न तो जमीन छोड़ेंगे और न ही गांव. गांव में बॉक्साइट का खनन भी नहीं होने देंगे. हमारी दो एकड़ जमीन को 20 एकड़ बनाकर रजिस्ट्री करवा ली दलालों ने.” वहीं, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश टेकाम ग्राम पिपरिया पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की. जीजीपी नेता कलमेश टेकाम का कहना है “भोले भाले बैगा व यादव समाज के लोगों को दलाल द्वारा ठगा गया है. फायदा कारोबारी संजय पाठक को पहुंचाया गया है. ग्रामीणों को इस तरह से गोंडवाना पार्टी ठगी का शिकार नहीं होने देगी.”.