Yuva Sansad में चयन प्रक्रिया पर उठे सवाल, मंत्रालय को भेजी शिकायत..

भोपाल। भारत सरकार के वित्त पोषित खेल और युवा कल्याण सरकार व नेहरू युवा केंद्र व एनएनएस द्वारा आयोजित युवा संसद प्रतियोगिता में चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाये जा रहे हैँ। इस सम्बन्ध में केंद्रीय युवा कल्याण विभाग को शिकायत भी की गई है। प्रतिभागियों को तात्कालिक रिजल्ट शीट नहीं दिखाई गई, जिसमे पेन से अंक लिखें गए थे।

शिकायत में कहा गया है कि दो या तीन जिलो को मिला एक एक नोडल जिला स्तरीय प्रतियोगिता 10 युवा भाषण प्रतियोगिता के लिए चुन कर आए। प्रतिस्पर्धा के माध्यम से विकसित भारत युवा संसद राज्यस्तरीय आयोजन 26व 27 मार्च को विधानसभा भोपाल के मानसरोवर सभागृह में पूरे मध्यप्रदेश से लगभग 180 ऊपर जीतकर आए प्रतिभागियों में से तीन प्रतिभागियों का चयन दिल्ली जाने के लिए हुआ। इसमें तीसरे स्थान पर इस प्रतिभागी लड़की को भेजा यह भाषण समाप्त भी नहीं कर पायी आख़िर रुक गई थी। यह पैमाना रिजल्ट जिन जिन अतिथियो से प्रमाण पत्र ट्राफ़ी दिलायी जा रही उन्हें भी परिमाण निष्पक्ष है की नहीं। सब का यह कहना है एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे है यह नहीं पता बस एनएसएस व नेहरू युवा केंद्र वालो ने ने निर्णायक जानो क्या तय किया यह और राष्ट्रीय सेवा योजना व नेहरू युवा केंद्र का कहना यह है कि यह निर्णायकजन ने तय किया। 

साफ़ साफ़ दिख रहा है कि जब सभी प्रतिभागियों द्वारा जो मूल्यांकन प्रपत्र जिसमे उन्हें अंक दिए गए हुए वो मूल्यांकन शीट भी उपलब्ध भी नहीं करवायी गई अभी तक जिससे प्रतियोगिता की पारदर्शिता पता चले ।
जिस प्रतिभागी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के लिए वो भाषण देते हुए मिनट 1.56 सेकंड पर अटक गई आगे अपना भाषण पूरा ही नहीं कर पायी फिर उसका तृतीय स्थान प्राप्त करना संदेह जनक है व निष्पक्ष नहीं यह सभी 180 प्रतिभागियो का कहना है ।
3. रुचि त्रिपाठी (तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागी )के व्यक्तव की पहली लाइन से बाबा साहब का अपमान जिस तरह उन्हें इसे कहा क्यूंकि आज बाबासाहेब पूजनीय है उनके लिए इस तरह के शब्द इस्तेमाल करना बिना नाम लिए एजेंडा से भरपूर है ।

इस मामले में बच्चों ने आपस में चैट पर चर्चा भी की है।

शिकायत
प्रतिभागियों की चैटिंग के अंश
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