MP: CM मोहन यादव बाेले-टोल पर वसूली होती थी, अब सरकार ने बंद कर दिए

भोपाल। राजधानी में इनकम टैक्स, लोकायुक्त की छापेमारी को लेकर दिल्ली तक हंगामा मचा हुआ है। इस बीच सीएम डॉ. मोहन यादव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सभी टोल बैरियर पर जो वसूली चलती थी या टोल पर शिकायत थी, सबको हमारी सरकार ने बंद कर दिया। सीएम ने कहा कि कोई भी करप्शन को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

भोपाल में सीएम डॉ. मोहन यादव ने एक वीडियो के माध्यम से कहा है कि हम किसी भी हालत में किसी तरह के भी करप्शन को बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसमें जिस स्तर पर भी कार्रवाई करना है, लगातार हमारी सरकार द्वारा की जा रही है और करती रहेगी। सुशासन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश और हमारे प्रदेश के साथ हम कदम से कदम मिलाकर सभी प्रकार के विकास के मामलों को लेकर लगातार चलते रहेंगे।

जुलाई में बंद हुए थे आरटीओ चेकपोस्ट
मोहन सरकार ने एक जुलाई से मप्र की अंतरराज्यीय सीमाओं पर परिवहन जांच चौकियां (RTO चेक पोस्ट) बंद कर दी थी। नई व्यवस्था के तहत रोड सेफ्टी एंड इंफोर्समेंट चेकिंग पॉइंट बनाने की बात कही गई थी। पहले चरण में 45 चेक पॉइंट तैयार होने तक मोबाइल यूनिट गठित कर वाहनों की जांच करने की व्यवस्था शुरू की गई थी।

आरटीओ चेकपोस्ट पर मिलती थी वसूली की शिकायतें
प्रदेश में संचालित RTO चेक पोस्ट पर लगातार गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद सरकार ने इन्हें बंद कर दिया था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश के बाद परिवहन विभाग ने इसके आदेश जारी किए थे। ऑर्डर जारी होने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी जिलों के कलेक्टर्स को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस नई व्यवस्था की जानकारी देकर इसका पालन कराने के लिए कहा था।

52 किलो सोना, 11 करोड़ कैश का कनेक्शन:आयकर जांच के घेरे में पूर्व आरटीओ आरक्षक सौरभ शर्मा

भोपाल के मेंडोरी इलाके में गुरुवार रात को जंगल में लावारिस खड़ी कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए कैश मिले थे। इस मामले में आयकर विभाग की जांच अब आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की ओर घूम गई है। इतनी मोटी रकम और गोल्ड मिलने के मामले में एमपी का परिवहन विभाग भी जांच घेरे में आ सकता है। इसके लिए सौरभ शर्मा का मुख्य किरदार बनना तय माना जा रहा है। उसके खिलाफ सबूत भी मिलने लगे हैं। दूसरी ओर जिस चेतन सिंह गौर के नाम पर इनोवा कार मिली है। वह भी इस मामले की गुत्थी सुलझाने में महत्वपूर्ण कड़ी बन सकता है।

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