MP zero tolerance: 25000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाया नायब तहसीलदार

सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में नायब तहसीलदार वाल्मिक प्रसाद साकेत को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा है। यह घटना शनिवार, 21 तारीख को मझौली तहसील में हुई। शिकायतकर्ता प्रवेश कुमार शुक्ला की जमीन के नामांतरण के लिए साकेत ने 50,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने पहली किश्त लेते हुए साकेत को उनके सरकारी आवास में गिरफ्तार किया।

शनिवार को सीधी जिले के मझौली में यह बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। लोकायुक्त पुलिस ने नायब तहसीलदार वाल्मिक प्रसाद साकेत को हाथ गर्म करते हुए गिरफ्तार कर लिया। साकेत मझौली तहसील में प्रभारी नायब तहसीलदार के पद पर तैनात थे। उन्हें 25,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। यह रकम 50,000 रुपये की मांगी गई रिश्वत की पहली किस्त थी।

मामला जमीन के नामांतरण से जुड़ा है। सीधी जिले के सरेहा गांव के रहने वाले प्रवेश कुमार शुक्ला ने अपने परिवार की जमीन के नामांतरण के लिए आवेदन किया था। नायब तहसीलदार वाल्मिक प्रसाद साकेत ने इसके लिए उनसे 50,000 रुपये की रिश्वत मांगी। शुक्ला ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से की। लोकायुक्त संभाग रीवा के पुलिस अधीक्षक ने शिकायत का सत्यापन कराया। सत्यापन के दौरान साकेत ने शुक्ला से 50,000 रुपये की रिश्वत की मांग की पुष्टि हुई।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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