MP: मुख्य सचिव के लिए राजोरा से आगे निकले एस एन मिश्रा ..?

Bhopal. प्रदेश के अगले मुख्य सचिव को लेकर दिल्ली में मंथन होना है। अभी पता ये चल रहा है कि एसीएस राजेश राजोरा सीएस की दौड़ में पिछड़ गए हैं। हालांकि सीएम की पहली पसंद राजोरा हैं, लेकिन दिल्ली राजोरा को फिलहाल नहीं बनाना चाह रही है। इसलिए एसएन मिश्रा के चांस बढ़ गए हैं।

वर्तमान मुख्य सचिव 1988 बैच की IAS अधिकारी वीरा राणा को एक्सटेंशन मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है, वे इसी महीने में रिटायर हो जाएगी। ऐसे में मध्य प्रदेश के प्रशासनिक गलियारों में इन दिनों केवल एक ही चर्चा जोरों पर है कि मध्य प्रदेश का अगला मुख्य सचिव कौन होगा? इसे लेकर लोग अपने-अपने तरह से कयास लगा रहे हैं। कुछ दिनों पहले तक डॉ राजेश राजौरा का नाम लगभग तय माना जा रहा था, पर पीएमओ ने उनके नाम पर अभी तक सहमति नहीं दी है।

मंत्रालय के सूत्रों पर अगर भरोसा किया जाए तो भारतीय प्रशासनिक सेवा में 1990 बैच के अधिकारी एसएन मिश्रा का नाम उभर कर सामने आया है। हालांकि उनकी सेवानिवृत्ति जनवरी 25 को है लेकिन माना जा रहा है कि वे मुख्य सचिव बनने की दौड़ में सबसे आगे आ गए हैं। पता चला है कि RSS एसएन मिश्रा को मुख्य सचिव बनाना चाहता है, इसलिए अब उनके नाम पर मुहर लगने की संभावना बढ़ती जा रही है। मिश्रा वर्तमान में अपर मुख्य सचिव गृह और परिवहन विभाग हैं और उनकी गिनती परिणाम देने वाले कुशल अधिकारियों में होती है।

वैसे CS के लिए अनुराग जैन का नाम भी चर्चा में फिर आया था. जो 1989 बैच के IAS अधिकारी हैं। फ़िलहाल वे दिल्ली में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में सचिव हैं। पता चला है कि उन्हें PMO अभी छोड़ना नहीं चाहता है। इसके साथ ही सीएम मोहन यादव जैन को सीएस के तौर एमपी नही लाना चाहते, क्योंकि अनुराग जैन की गिनती ईमानदार और थोड़ाबाख्त अफसरों में होती है। वह अगस्त 2025 में रिटायर होंगे।

एसएन मिश्रा अगर मुख्य सचिव बनते हैं तो उनसे वरिष्ठ 4 IAS अधिकारी मोहम्मद सुलेमान, विनोद कुमार, जेएन कंसोटिया और डॉ राजेश राजौरा है। विनोद कुमार और कंसोटिया पहले से ही मंत्रालय से बाहर पदस्थ हैं। सुलेमान वर्तमान में मंत्रालय में कृषि उत्पादन आयुक्त और अपर मुख्य सचिव हैं। मिश्रा या राजौरा के मुख्य सचिव बनने की स्थिति में उन्हें मंत्रालय से बाहर पदस्थ करना होगा। माना जा सकता है कि वीरा राणा के रिटायर होने पर, उनके स्थान पर सुलेमान माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं।

राजौरा हालांकि मिश्रा की बैच के ही IAS अधिकारी हैं लेकिन वे वरिष्ठता सूची में मिश्रा के ऊपर हैं। वैसे यह माना जा सकता है कि अगर मिश्रा मुख्य सचिव बनते हैं तो राजौरा अपने वर्तमान पद पर रहकर आराम से कार्य कर सकते हैं क्योंकि वे नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में पदस्थ हैं और उनके पास मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव का प्रभार अतिरिक्त रूप से है। राजौरा के बारे में बताया गया है कि वे मख्यमंत्री के विश्वस्त अधिकारी हैं।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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