नर्मदापुरम। जिला पंचायत के सदस्यों और अध्यक्ष ने शुक्रवार को जिला पंचायत सम्मेलन की बैठक का बहिष्कार किया। अधिकारी जिपं हॉल में मीटिंग के लिए बैठे रहे लेकिन सदस्य इसमें शामिल नहीं हुए। बैठक 2.30 बजे से शुरू होने वाली थी लेकिन सदस्य नहीं पहुंचे। अध्यक्ष के कमरे में बैठकर टीएस नहीं होने, वार्डों में विकास कार्य नहीं होने, समय पर एजेंडा नहीं मिलने सहित अन्य मांगों को लेकर नाराजगी जताई। साथ ही एक मांग पत्र बनाकर कमिश्नर को दिया गया। इसमें कमिश्नर केजी तिवारी से उचित कार्रवाई की मांग की। कमिश्नर ने आवेदन लेकर सदस्यों, अध्यक्ष से बात की और आश्वासन दिया। जिपं अध्यक्ष राधा सुधीर पटेल ने बताया कि सदस्यों की बात मानी जानी चाहिए। हमारी कोई सुनवाई नहीं होती है। इसलिए कमिश्नर को समस्या बताई है। सभी सदस्यों ने बताया की शासकीय कार्यक्रमों के आमंत्रण नहीं दिए जाते है। इसी तरह उपाध्यक्ष बुद्धकुंवर बैंकर, अजीत सिंह मंडलोई, दौलतराम पटेल, ज्योति पटेल, योजनगंधा सिंह जूदेव, सीमा कास्त्रै, मधु धुर्वे, डॉ.ज्योत्सना बृजकिशोर पटेल ने अपनी बात रखी।
वार्डों में विकास की राशि नहीं मिलती
जिला पंचायत वार्ड 9 के सदस्य हाकम सिंह गुर्जर ने बताया कि ढाई साल बीत चुके हैं। विकास कार्य वार्डों में नहीं करा पाए हैं। पहले की पंचायत में काम होते थे,लेकिन हमें वार्डों में विकास की राशि नहीं मिलती। टीएस नहीं होती है। अधिकारी व्यस्त रहते हैं मीटिंग में नहीं आते हैं। हम सभी 15 सदस्य एक हैं। अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं। हमें समय पर एजेंडा नहीं मिलता है। कई सदस्यों ने इस्तीफे की चेतावनी दी।
कलेक्टर वीसी में एडीएम को सौपना पड़ा ज्ञापन
नर्मदा पुरम जिले के अधिकारियों की मनमानी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिला पंचायत की बैठक के बहिष्कार के बाद कमिश्नर को ज्ञापन देने के बाद जब जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं सदस्य गण नर्मदापुरम की कलेक्टर सोनिया मीणा से मिलने गए तो उन्होंने कहलवाया कि वीसी में है मजबूरन एडीएम डीके सिंह को ज्ञापन सौपना पड़ा।