Vishleshan

MP: दमोह जिला पंचायत में चल रही थी मंत्री की मीटिंग, इधर ऑडिटर रिश्‍वत लेते पकड़ा गया

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दमोह। जहां एक ओर मध्य प्रदेश शासन के दो मंत्री,सांसद, विधायक और आयोग के अध्यक्ष सहित जिला पंचायत के अध्यक्ष व अन्य जनप्रतिनिधि और जिले के सभी अधिकारी विकास कार्यों सहित शासन की अन्य योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे,तो वही कलेक्ट्रेट कार्यालय से लगे हुए जिला पंचायत कार्यालय में लोकायुक्त सागर द्वारा जिला ऑडिट ऑफिस को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।

इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक ग्राम पंचायत का सामाजिक अंकेक्षण किया जाता है। इसके लिए बाकायदा पंचायत में बीएससी पहुंचकर पंचायत का सामाजिक अंकेक्षण कर अपनी रिपोर्ट जिला समन्वयक सामाजिक अंकेक्षण जिला पंचायत को देता है।

इस रिपोर्ट को देने के लिए जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक पंचायत के 2 हजार रुपये के मान से राशि की मांग की जा रही थी। इसी कारण बीएसए मनोज पुत्र नारायण पटेल निवासी अभाना द्वारा पंचायत के किए गए अंकेक्षण के एवज में जिला समन्वयक हरचरण वर्मा उर्फ हर चरण सेन को जिला पंचायत कार्यालय में ही गुरुवार की दोपहर 4 हजार रुपए की रिश्वत दी गई। जिस पर लोकायुक्त में की गई शिकायत के आधार पर लोकायुक्त की टीम ने तत्काल ही रंगे हाथों उसे पकड़ लिया।

कलेक्‍टोरेट में चल रही थी बैठक
जब जिला पंचायत दमोह में लोकायुक्त द्वारा रिश्वत पकड़ने की कार्यवाही की जा रही थी। इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में मध्य प्रदेश शासन के राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटेल, सांसद राहुल सिह लोधी, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष रामकृष्ण कुसमरिया, पूर्व मंत्री एवं विधायक जयंत कुमार मलैया, विधायक उमा देवी खटीक, जिला पंचायत अध्यक्ष रंजीता पटेल सहित कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर और जिला पंचायत सीईओ मौजूद थे।

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