भोपाल। इंदौर नगर निगम के पूर्व इंजीनियर और बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में शिकायतकर्ता हरभजन सिंह का शुक्रवार को निधन हो गया। रीवा स्थित पैतृक घर में उनकी शव मिला। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उनकी मौत की पुष्टि की।
रीवा पुलिस के अनुसार, उनकी मौत संभवतः दिल का दौरा पड़ने (हार्ट अटैक) से हुई है। जानकारी मिलने के बाद पड़ोसियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। उनकी पत्नी बच्चे इंदार में हैं, उन्हें जानकारी दे दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता लग पाएगा।
सोसायटी मैनेजर गोविंद श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार दोपहर 1 बजे की बात है। जब हरभजन सिंह के घर में काम करने वाली मेड रोते हुए आई। हमने उससे पूछा की क्या हुआ है, तो उसने बताया कि पापा जी की हालत ठीक नहीं है। मैं दौड़ते हुए उनके घर पर पहुंचा। देखा तो उनकी स्थिति दयनीय थी। मैं समझ गया कि उन्हें हार्ट अटैक आया है। उन्हें सीपीआर देने की कोशिश की। सीपीआर देने के बाद उनकी हालत में थोड़ा सुधार आया, लेकिन अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उन्होंने दम तोड़ दिया। सुपर स्पेशलटी अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।