MP: स्वास्थ्य मंत्री के रीवा में खाट के सहारे मरीज..

रीवा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल के गृह जिले रीवा में न केवल स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं, अपितु सड़कों की हालत भी अच्छी नहीं है। रीवा के सोहागी में खराब सड़क की वजह से एक मरीज मुश्किल में पड़ गया। मरीज को अस्पताल पहुंचने के लिए घंटों तक परेशान होना पड़ा। एंबुलेंस तो छोड़ो कोई वहां नही मिला तो लोगों ने खाट पर लिटाकर मरीज को 1 किलोमीटर तक पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक पहुंचाया। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया है। जिसने प्रशासनिक दावे की पोल खोलकर रख दी है।
स्थानीय निवासी भानू प्रताप ने बताया कि बारिश के मौसम में पगडंडी रास्ता पूरी तरह से दलदल में तब्दील हो जाता है। खेत में काम करते वक्त राम नरेश हरिजन निवासी सोहागी की तबीयत अचानक खराब हो गई। उन्हें पेट में तेज दर्द महसूस हुआ। देखते ही देखते हालत गंभीर हो गई। जब उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई तो हाईवे से गांव तक की सड़क पूरी तरह से कीचड़ युक्त थी। जिसमें पैदल चलना भी मुश्किल था। ऐसे में स्थानीय लोगों ने मरीज को खाट में लिटाया। मरीज को 1 किलोमीटर तक पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक पहुंचाया। जहां से अस्पताल ले जाया जा सका। उन्होंने बताया कि अच्छी सड़क के आभाव में बच्चों का स्कूल जाना भी मुश्किल हो जाता है। अगर किसी को तत्काल इलाज की जरूरत हो,ऐसी स्थिति में एक-एक मिनट काफी महत्वपूर्ण होता है। लेकिन इस सड़क से तो अस्पताल पहुंचने में ही घंटों लग जाएंगे।
पूरे मामले में CEO जनपद पंचायत त्योंथर राहुल पांडेय ने बताया कि सोहागी क्षेत्र का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जो बहुत ही दुखद है। जिस जगह का वीडियो वायरल हुआ है। उस जगह पर हमें सुदूर सड़क स्वीकृत करनी है। लेकिन किसी कारणवश जिला पंचायत से स्वीकृत नहीं मिल पाई है। लगभग 1 किलोमीटर का रास्ता पूरी तरह से कीचड़ से युक्त है। जिससे लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाई हो रही है। हम प्रयास करेंगे की बरसात के बाद स्वीकृत मिलने पर जल्द से जल्द सड़क का निर्माण कार्य कराया जाए। ताकि लोगों को असुविधा का सामना ना करना पड़े।

यहां उल्लेखनीय है कि रीवा प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ल का गृह जिला है। और मंत्री रोज ही स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होने का दावा करते हैं। रोज दो चार कार्यक्रमों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का श्रेय भी लिया जाता है । असलियत वीडियो के माध्यम से सामने आती है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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