पन्ना। एक तरफ मध्य प्रदेश सरकार ने पवित्र स्थलों पर शराब की दुकानों को बंद करवा दिया है. वहीं दूसरी तरफ पन्ना के रैपुरा के तहसीलदार ने शराब को लेकर एक अजीबो गरीब बयान दिया है. दरअसल वह शराब का समर्थन करते हुए नजर आए. उन्होंने मीडिया कर्मियों को बाइट देते समय कहा कि, ”दारू की कमाई से सरकार की खाद्यान्न योजना, बच्चों को छात्रवृत्ति योजना एवं मध्यान भोजन योजना चलती है. यदि दारू नहीं बिकेगी तो यह सभी योजनाएं बंद हो जाएंगी.”
ग्रामीणों ने किया शराब दुकान खोलने का विरोध
पन्ना जिले के रैपुरा तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत बघवार कला में 1 अप्रैल 2025 से नई आबकारी नीति के अनुसार शराब की दुकान खोलना प्रस्तावित हुआ था. जिसको लेकर ग्रामीण जमकर विरोध कर रहे थे और दुकान खोलने नहीं दे रहे थे. शासकीय जमीन पर दुकान बनवाने के लिए जगह चिन्हित करने के लिए मौके पर तहसीलदार भी पहुंचे थे।
शराब दुकान का खुलना जरूरी
तहसीलदार चंद्रमणि सोनी ने मीडिया कर्मियों से कहा कि, ”यदि दारू की दुकान नहीं खुलेगी तो शासन की महत्वपूर्ण योजनाएं जैसे गरीबों को खाद्यान्न वितरण, गरीब बच्चों को छात्रवृत्ति वितरण एवं मध्यान भोजन जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं सरकार की बंद हो जाएंगी. इसलिए शासन की नीति के अनुसार शराब की दुकान खुलना जरूरी है और शराब का बिकना भी जरूरी है. क्योंकि जो शराब पिएगा वह कहीं ना कहीं से शराब पी ही लेगा.”
दारू से चलती हैं सरकारी योजनाएं
रैपुरा तहसीलदार चंद्रमणि सोनी के बयान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और तूल पकड़ता जा रहा है. क्योंकि उन्होंने सीधे मध्य प्रदेश शासन के खिलाफ टिप्पणी की है. जिसमें कहा है कि दारू की बिक्री के कर से शासन की महत्वपूर्ण लाभकारी योजनाएं चल रही हैं.