MP: संविदा इंजीनियर ने दिया इस्तीफा, बताया अफसर करवाते हैं अवैध वसूली…!

सतना। एक  संविदा इंजीनियर ने खुद को अवैध वसूली का चैनल बताते हुए नौकरी से इस्तीफा दे दिया. मामला जिले के नागौद विकासखंड अंतर्गत आने वाले मौहारी सेक्टर में पदस्थ संविदा इंजीनियर एसके समेले का है. जिला पंचायत सीईओ के द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब में संविदा इंजीनियर ने अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी नौकरी से त्यागपत्र देकर जल्द से जल्द मंजूर करने को कहा।

इंजीनियर ने अपने त्यागपत्र सह नोटिस के जवाब में बताया कि वह अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर इस्तीफा दे रहा है. अपने इस्तीफा में उसने लिखा है कि संविदा इंजीनियर सबसे निरीह कर्मचारी है. वह अवैध रसूली कर  ऊपर तक के अधिकारियों को पैसे पहुंचाने का चैनल बना हुआ है।

उसने यह भी आरोप लगाया कि वरिष्ठ अधिकारी हर जगह चंदा वसूली करते हैं और इसका भार इंजीनियर पर जाता है. पूरी निष्ठा पूर्वक काम करने के बाद भी उसे 3 महीने से वेतन नहीं दिया गया. इस प्रकार से कई अन्य आरोप भी लगाए गए हैं।

एपीओ पर लगाए गंभीर आरोप
इंजीनियर एसके समेले नागौद की एपीओ विकसिता साकेत पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इंजीनियर ने अपने पत्र में लिखा कि जियो टैग के मामले में एपीओ ने मनमानी करते हुए बार-बार डिलीट करने का कार्य किया. जिससे सरपंचों ने इस मामले की शिकायत राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी से की और इसका आक्षेप उसे पर लगाते हुए नाजायज परेशान कर रही है. बताया जाता है कि इंजीनियर के खिलाफ एपीओ ने अधिकारियों से शिकायत की थी जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ ने कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर जवाब तलब किया था।

गरीबों के उत्थान के लिए करता हूं नौकरी
कारण बताओ नोटिस के जवाब में इंजीनियर एसके समेले ने छह बिंदुओं का जवाब जिला पंचायत सीईओ को सौंपा है. जिसमें उसने लिखा कि वह सच्चा देश भक्त है और नौकरी समाज सेवा के उद्देश्य से गरीबों के उत्थान के लिए कर रहा है. फिलहाल इस घटना के बाद जिला पंचायत में हड़कंप मचा हुआ है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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