दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले में पदस्थ कलेक्टर सुधीर कोचर अपने अनोखे अंदाज और नियम संगत कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं. अब डीएम की चाह है कि शिक्षा के क्षेत्र में भी दमोह जिले के होनहार छात्र-छात्राएं अब ऊंची उड़ान भरें. इसीलिए डीएम खुद ही सप्ताह के किसी खास दिन सरकारी स्कूलों की मॉनिटरिंग करने निकल जाते हैं. इसी क्रम में जिलाधिकारी सुधीर कोचर कीचड़ भरे रास्ते से पैदल चलते हुए और फिर बाइक पर सवार होकर ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव के हालात और सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण करते हुए सूखा ग्राम मे संचालित मिडिल स्कूल पंहुचे. जहां डीएम ने ना केवल बच्चों से संवाद किया बल्कि सवाल जवाब भी दिए।
मध्यान्ह भोजन भी चखा
बीते दिनों शहर के कुछ सरकारी स्कूलों मे मिलने वाले मिड डे मील के खाने में गड़बड़ी की खबरें सामने आ रही थी. इसके बाद डीएम सुधीर कोचर खुद सप्ताह के दो दिन न सरकारी स्कूलों का मुआयना और मिड डे मील चखने की कार्य योजना बनाई. इसके तहत की सूखा गांव के सरकारी मिडिल स्कूल तक पहुंचे. इसके लिए डीएम को करीब 2 किलोमीटर तक कीचड़ से भरे रास्ते पर चलना पड़ा. तब डीएम स्कूल भवन तक पहुंच पाएं. जिससे कलेक्टर स्कूली बच्चों की वास्तविकता से रुबरु हुए और जल्द से जल्द पक्की सड़क मार्ग बनाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए।
सड़क बनाने के निर्देश
सुधीर कोचर ने बताया कि आज उनका ग्रामीण इलाकों में निरीक्षण दौरा था. इस बीच वे सूखा ग्राम के सरकारी स्कूल पंहुचे. जहां तक पहुचने के लिए उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ी. फिर बच्चों से पूछा कि आखिर आप लोगों से स्कूल आते हो तो बहुत से बच्चों ने जवाब देते हुए कहा कि कोई खेत खिलहानों के रास्ते से आता है, तो कोई खेतो की मेड़ो पर से. बरसात के दिनों अक्सर जहरीले जीव जंतु खेत खिलहानो मे घूमते रहते हैं. बच्चों की सुरक्षा को लेकर डीएम ने तत्काल जनपद सीईओ को शीघ्र ही सड़क निर्माण कार्य के लिए सीएसआर या अन्य मद से निर्माण एवं एस्टीमेशन तैयार करने के निर्देश दिए है.