भोपाल। मध्य प्रदेश में जिला कलेक्टर जैसे एसडीएम की तैनाती करते हैं, वैसे ही अब जिले के पुलिस अधीक्षक और IG करेंगे संभागीय एसीपी, सीएसपी और एसडीओपी ही तैनाती, सूत्रों के मुताबिक इस प्रकार का आदेश जल्द ही जारी होने जा रहा है।
इस आदेश से डायरेक्ट भर्ती की महिला उप पुलिस अधीक्षकों को मुसीबत का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि जैसे मध्य प्रदेश में देखा जा सकता है कि एक थाना प्रभारी को बैठाने में भी नेताओं की हामी के बाद ही बैठाए जाने का निर्णय अधिकारी लेते है, वैसे ही नेताओं के चलते और हस्तक्षेप के बाद उप पुलिस अधीक्षक पदस्थ होंगे, इस आदेश से महिला उप पुलिस अधीक्षकों को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि कोई नेता मंत्री नहीं चाहेगा कि कोई भी संभाग में महिला अफसर हो, क्योंकि महिलाओं से नेताओं की बात नहीं बन पाएगी, इसके साथ ही डायरेक्ट उप पुलिस अधीक्षकों को इस लिए भी दिक्कत आएगी, क्योंकि नेताओं के चलते पुराने लोगों के आगे डायरेक्ट और नए पुलिसकर्मियों की नहीं चलेगी, एक बार अगर पोस्टिंग किसी महिला अफसर ने करा भी ली या उनके पिछले कार्यकाल को देखते हुए भी पोस्टिंग की गई तो पुलिस महकमे और निचले स्टाफ सहित कई चर्चाओं का विषय बन जाएगा कि क्यों और कैसे मिली इनको पोस्टिंग? महिलाओं की नौकरी कई सवालों और बातों के बीच फंस कर रह जाएगी।
– अभिजीत