MP: दबंगों ने किया महिला और बच्ची का अपहरण… हत्या की आशंका, दर दर भटक रहे भाई और भाभी, बीजेपी पदाधिकारी और जनपद सदस्य होने के बावजूद नहीं हो रही सुनवाई…

सीधी। प्रदेश में दबंगों द्वारा एक अनुसूचित जाति की महिला और उसकी बेटी को अगवा कर गायब किए जाने का मामला सामने आया है। फरियादी ने रीवा कोतवाली से लेकर भोपाल तक शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। फरियादी गायब महिला का भाई हैनौर उसकी पत्नी बीजेपी की पदाधिकारी है, साथ ही जनपद सदस्य भी है। इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पुलिस महानिरीक्षक साफ कहने लगे हैं कि वे उनकी कोई मदद नहीं कर सकते।

ग्राम-मोहनी, थाना-रामपुर नैकिन, जिला-सीधी के रहने वाले सौखी लाल साकेत ने मुख्यमंत्री सहित पुलिस महानिदेशक, बाल आयोग, महिला आयोग और मानव अधिकार आयोग आदि को शिकायत की है कि आरोपी शिवेन्द्र बहादुर का प्रार्थी की बहन से शादी के पूर्व से ही प्रेम प्रसंग था। प्रार्थी की बहन श्रीमती सुनीता साकेत का विवाह वर्ष 2007 में मनेन्द्रगढ़ (७०१०) निवासी ओमप्रकाश साकेत के साथ हुआ था, दोनों से एक पुत्र अंशू व पुत्री नैन्सी पैदा हुई थी, वर्ष 2017 में आरोपी द्वारा सुनीता साकेत को अपने साथ बतौर पत्नी सीधी लाया और किराये के कमरे में नैन्सी व अंशू के साथ रहने लगा। बाद में अंशू को उसके वास्तविक पिता के घर वापस भेज दिया। वर्ष 2019 में आरोपी शिवेन्द्र बहादुर सिंह सुनीता साकेत व नैन्सी साकेत को रीवा लाया और किराये के कमरे में रीवा में ही रहने लगा। तत्पश्चात् वर्ष 2020 में गड़रिया रीवा में घर बनाकर प्रार्थी की बहन सुनीता व उसकी पुत्री नैन्सी सहित रहने लगा। वर्ष 2021 में आरोपी व सुनीता साकेत के संसर्ग से एक पुत्री श्रेया का जन्म हुआ, जो वर्तमान में ग्राम-मोहनी में आरोपिया उर्मिला सिंह के साथ रह रही है।
प्रार्थी की जानकारी में दिनांक 29/08/2023 से सुनीता साकेत व पुत्री नैन्सी साकेत, उम्र-09 वर्ष पूर्ण रूप से लापता है, जबकि अंतिम बार आरोपी शिवेन्द्र बहादुर ही उसके साथ था। आरोपी द्वारा उपरोक्त संबंध में प्रार्थी व उसके घरवालों को कभी किसी तरह से कोई जानकारी नहीं दी गयी व विभिन्न तरीकों से भ्रामक बातें बतायी जाती रहीं, जिस कारण विवश होकर प्रार्थीपक्ष द्वारा विभिन्न शिकायती आवेदन-पत्र दिये गये वधरना प्रदर्शन भी किया गया, तदोपरान्त आरोपी शिवेन्द्र बहादुर सिंह के विरूद्ध थाना सिटीकोतवाली में अपराध क0-102/24 अन्तर्गत धारा-363. 365 भा०दं०वि० का मामला पंजीबद्ध किया गया और उक्त धारा का अभियोग पत्र भी माननीय विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया जा चुका है।
आरोपी की पत्नी उर्मिला सिंह वर्तमान में ग्राम पंचायत मोहनी की सरपंच है, जो प्रारम्भ से ही प्रार्थी की बहन से घोर विरोध व ईर्ष्या रखती थी व किसी भी तरह से उसे आरोपी के साथ रखने व रहने से सहमत नहीं थी। सरपंच पद पर निर्वाचित होने के बाद आरोपिया उर्मिला सिंह द्वारा आरोपी शिवेन्द्र बहादुर सिंह के ऊपर प्रार्थी की बहन व पुत्री नैन्सी को हमेशा के लिये रास्ते से हटाने का दबाव बनाया जाता रहा, जिसकी शिकायत प्रार्थी की बहन के द्वारा मौखिक रूप से की गयी थी, परन्तु प्रार्थीपक्ष अत्यधिक गरीब होने व आरोपी के आतंक से डरने के कारण आरोपीगण के विरूद्ध किसी तरह की कोई शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।

प्रार्थी की बहन व उसकी पुत्री नैन्सी (भान्जी) को एकराय होकर आपराधिक षड्यंत्र व साजिश पूर्वक दिनांक 25/08/2023 को लापता किया गया है, प्रार्थी को पूर्ण आशंका है कि आरोपी शिवेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा सुनियोजित ढंग से हत्या की जा चुकी है। उक्त कृत्य की सही विवेचना हेतु आरोपी शिवेन्द्र बहादुर सिंह, उर्मिला सिंह, अजीत सिंह बघेल उर्फ अंकित सिंह एवं राजकुमार सिंह के मोबाइल नम्बरों के कॉल डिटेल व लोकेशन से उपरोक्त आपराधिक कृत्य की प्रथमतः ही पुष्टि हो जावेगी।
प्रार्थी की बहन व भांजी को अत्यधिक रहस्यमयी तरीके से साथ ही गंभीर आपराधिक मनोदशा में लापता किया गया और हत्या की जा चुकी है, जिस संबंध में कारागार में निरूद्ध आरोपी शिवेन्द्र बहादुर सिंह, उसकी पत्नी उर्मिला सिंह एवं सक्रिय सहयोगी राजकुमार सिंह व पुत्र अजीत उर्फ अंकित सिंह से पृथक् पृथक् प्रत्येक बिन्दुओं पर बारीकी से पूँछ ताँछ किया जाना तत्पश्चात् तीनों आरोपियों को एकसाथ बैठाकर आमना-सामना कराया जाना व आवश्यकतानुसार सभी आरोपीगण का नार्को टेस्ट कराया जाना भी ज्याय के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु आवश्यक व समीचीन है। ज्ञातव्य हो कि आरोपी द्वारा पॉलीग्राम टेस्ट से इंकार किया जा चुका है।

उपरोक्तानुसार जाँच किये जाने पर निश्चित तौर पर प्रार्थी की बहन व भांजी के साथ कारित घटना का रहस्योद्घाटन हो जायेगा साथ ही उनके जीवित या मृत होने के निश्चायक प्रमाण भी प्राप्त हो जायेंगे। ज्ञातव्य हो कि प्रार्थी की बहन के पेट में जून 2023 से गर्भ भी था। विगत दिनांक 07/02/2024 को थाना-सोहागी अंतर्गत एक महिला की लाश नवजात बच्ची के साथ पायी गयी, जिसकी पहचान प्रार्थी व उसके घरवालों तथा रिश्तेदारों द्वारा सुनीता साकेत के रूप में की गयी, परन्तु थाना-सिटीकोतवाली के टी०आई० के कथनानुसार पायी गयी लाश प्रार्थी की बहन की न होकर अन्य महिला की है। उपरोक्तानुसार थाना-सिटीकोतवाली की भूमिका भी अत्यन्त संदेह के घेरे में है।
अन्वेषण प्रक्रिया अत्यधिक धीमी व वैज्ञानिक ढंग से न होने के कारण घर में रह रहे आरोपीगण कमशः उर्मिला सिंह, अजीत उर्फ अंकित सिंह व राजकुमार सिंह कारागार में निरूद्ध आरोपी शिवेन्द्र बहादुर सिंह से मिलकर उनकी निरन्तर पैरवी कर रहे हैं एवं योजनाबद्ध तरीके से घटना के सबूत भी मिटाते चले जा रहे हैं।

उपरोक्तानुसार अन्वेषण प्रक्रिया विधितः अनुसरित न किये जाने व आरोपीगण को सहयोग पहुँचाने के भाव से युक्त होने के कारण से यह स्पष्ट है कि अन्वेषण अधिकारी प्रार्थीपक्ष के साथ घटित घटना को लेकर गंभीर नहीं हैं साथ ही पदीय दायित्वों के प्रति भी निष्ठावान नहीं हैं एवं कहीं न कहीं आरोपीपक्ष के राजनैतिक दबावों व प्रभावों के कारण उदासीन ढंग से अन्वेषण कर मात्र धारा 363, 365 भा०दं०वि० का अभियोग-पत्र प्रस्तुत किया गया है, जिस कारण सी०बी०बाई० जाँच कराया जाना अत्यन्त आवश्यक है।

प्रार्थीपक्ष अनुसूचित जाति के तथा गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले मजदूरी पेशा के व्यक्ति हैं। आरोपी घोर आपराधिक किस्म का व्यक्ति है, पूर्व में भी उसके द्वारा गंभीर आपराधिक घटनाएँ कारित की चुकी हैं, यहाँ तक कि ग्राम मोहनी में ही किसी शशिधर उर्फ पिन्टू सिंह, निवासी ग्राम अकौणी, जिला-मिर्जापुर (उ०प्र०) की रहस्यमयी ढंग से हत्या भी विषयांकित आरोपी द्वारा वर्ष 2009 में की जा चुकी है, जिसकी स्थानीय स्तर पर व्यापक चर्चा भी है और उपरोक्त घटना की भी जाँच चल रही है। उपरोक्त घटना की भी सम्पूर्ण जानकारी आरोपिया उर्मिला सिंह को है। उपरोक्तानुसार प्रार्थीपक्ष को इस बात की प्रबल आशंका है कि सुनीता साकेत व उसकी पुत्री नैन्सी साकेत की आरोपीगण द्वारा हत्या की जा चुकी है, परन्तु थाना-सिटी कोतवाली द्वारा घटना की लीपा-पोती कर अभियोग-पत्र प्रस्तुत करने की मात्र औपचारिकता की गयी है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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