MP: 25 फीसदी रिश्वत के बिना बाबू नहीं कर रहा था काम, अशोकनगर में लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा

अशोकनगर। मध्य प्रदेश के अशोकनगर में महिला बाल विकास विभाग के एक बाबू को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। यह घटना मुंगावली परियोजना कार्यालय की है। यहां सहायक ग्रेड थ्री के कर्मचारी अनिल कुमार पाठक ने आंगनवाड़ी केंद्रों को खाना सप्लाई करने वाले एक समूह से हजारों रुपए की रिश्वत मांगी थी। ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने यह कार्रवाई की है।

यह पूरा मामला आंगनवाड़ी केंद्रों को पोषण आहार सप्लाई करने में हो रही गड़बड़ी से जुड़ा है। जानकी स्व सहायता समूह नामक एक समूह बरखेड़ा जमाल गांव में आंगनवाड़ी केंद्रों को खाना सप्लाई करता है। इस समूह के अध्यक्ष के पति रामप्रसाद अहिरवार ने बताया कि विभाग के बाबू ने बिल पास करने के लिए 25 प्रतिशत रिश्वत मांगी थी। समूह का कुल भुगतान 20 हजार रुपये था, जिसके लिए बाबू ने 12 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी।

समूह पहले ही 3 हजार रुपये की पहली किस्त दे चुका था। बुधवार को जब समूह दूसरी किस्त यानी 7 हजार रुपये देने गया, तो लोकायुक्त की टीम ने बाबू को रंगे हाथों पकड़ लिया।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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