MP: सहायक आयुक्त को रीवा लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

भोपाल। नया साल बदला लेकिन रिश्वतखोर अधिकारियों कर्मचारियों की नियति में कोई बदलाव नहीं हुआ ताजा मामला मध्यप्रदेश के सीधी जिले से सामने आया है जहां ट्रायबल डिपार्टमेंट सीधी के संहायक आयुक्त डॉक्टर डी. के. द्विवेदी को रीवा लोकायुक्त टीम ने 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है अभी लोकायुक्त टीम द्वारा कार्यवाही की जा रही है।

घटना के बारे में बताया गया कि विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुखलाल कोल ने लोकायुक्त रीवा में शिकायत दर्ज कराई थी कि सहायक आयुक्त द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है शिकायत पर जांच उपरांत शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त टीम रीवा ने रिश्वतखोर अधिकारी को पकड़ने जाल बिछाया जिसमें सहायक आयुक्त डॉ डीके द्विवेदी 5000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए।

बताया गया है कि आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित हास्टल सुकवारी में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुखलाल कोल को कन्या शिक्षा परिसर अमरवाह में अटैच किया गया था लेकिन लेकिन जॉइनिंग नहीं दी जा रही थी अधिकारी द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को इधर-उधर भटकाया जा रहा था जब सुखलाल कोल ने कारण पूछा तब अधिकारी ने ₹5000 रिश्वत की मांग की थी जिसकी शिकायत रीवा लोकायुक्त में फरियादी द्वारा की गई थी।

सीधी कलेक्ट्रेट में चल रही ट्रैप कार्यवाही को लेकर कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि अधिकारी को षड्यंत्र पूर्वक फंसाया गया है इस कार्यवाही से कलेक्ट्रेट कार्यालय में हड़कंप मच गया फिलहाल लोकायुक्त टीम द्वारा भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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