भोपाल। मध्य प्रदेश में एयर पॉल्यूशन (Air Pollution) तेजी से बढ़ रहा है। खासतौर पर ग्वालियर, भोपाल, जबलपुर और सिंगरौली में हालात खराब हो चुके हैं। यहां का एक्यूआई (Air Quality Index) 400 के पार चला जाता है, जो बेहद खतरनाक है। इसी वजह से राज्य सरकार ने 15 साल पुरानी पेट्रोल और 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों पर रोक लगाने का फैसला किया है।
राज्य में महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में पुरानी गाड़ियां लाकर बेची जा रही हैं। इनकी सही से जांच नहीं होती, जिससे ये वाहन धुआं छोड़ते हैं और प्रदूषण बढ़ाते हैं। खासकर ठंड के मौसम में जब हवा में नमी होती है, तो धुएं के कण नीचे रहकर सांस की बीमारियों (Respiratory Diseases) का कारण बनते हैं।
सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों को AQI सुधारने के लिए निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में यह भी शामिल है कि जो 15 साल पुरानी पेट्रोल और 10 साल पुरानी हैं उन्हें पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि परिवहन और पर्यावरण विभाग इस नियम को सख्ती से लागू करे।
दिल्ली मॉडल
दिल्ली में एयर पॉल्यूशन को कम करने के लिए यह मॉडल लागू किया गया है। इसके तहत 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों को पेट्रोल नहीं मिलेगा और 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों को डीजल नहीं मिलेगा। इस कदम का उद्देश्य पुराने वाहनों से निकलने वाले जहरीले धुएं को रोककर हवा की गुणवत्ता में सुधार करना है। अब मध्य प्रदेश भी इसी मॉडल को अपनाने की तैयारी कर रहा है ताकि बढ़ते एयर पॉल्यूशन पर नियंत्रण पाया जा सके।