BHOPAL:  फ्रॉड के  मास्टरमाइंड राहुल श्रीवास्तव ने 3 महीने में किए 3 करोड़ रुपए के ट्रांजेक्शन…

भोपाल । कोलार पुलिस ने एक साइबर जालसाजों को खाता बेचने वाले गिरोह को पकड़ा है। जिसका मास्टरमाइंड राहुल श्रीवास्तव है। इनमें लिवइन पार्टनर्स भी शामिल है। इनके दो खातों में तीन महीने में तीन करोड़ के ट्रांजेक्शन हुए हैं।

आरोपियों के पास से 3 कार्ड स्वाइप मशीन, 6 मोबाइल फोन, 34 क्रेडिट डेबिट कार्ड ,20 चेक, 24 चेक बुक ,6 पास बुक, सिम रैपर, 77 सिम कार्ड, 2 डायरी, 1 कॉपी, 12 एटीएम, पिन रैपर, 1 लैपटॉप, 2 वाई-फाई राउटर समेत 8 लाख कैश मिली है। दर्जनों जिलों की पुलिस ने होल्ड लगवाया है।

आरोपी आधार और पेन कार्ड, गुमास्ता बनवाने का काम करते थे। गरीब और मजदूरों के दस्तावेज बहाने से हासिल कर फर्जी तरीके से खाते खुलाते थे। इन खातों को देश भर में साइबर जालसाजों को बेच दिया जाता था। आरोपियों के दो खातों में तीन महीने में तीन करोड़ के ट्रांजेक्शन हुए। खाता धारक जब खाता बंद कराने बैंक पहुंचा तो बैंक अधिकारियों को शक हुआ। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने खाता धारक को हिरासत में लेकर पूछताछ की।तब उसने दंपती के साथ मिलकर खाता बेचने की बात को स्वीकार किया। इसके एवज में उसे कमिशन मिलता था। इसी खाता धारक की निशानदेही पर दंपती को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने 200 से अधिक खातों को बेचने की बात स्वीकार की है।

पुलिस ने गिरोह के सरगना, उसकी पत्नी और एक युवक और युवती को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक और युवती लिवइन पार्टनर्स बताए जा रहे हैं। दोनों आधार, पेन, फूड लायसेंस और गुमासता बनवाने का काम करते हैं। बागसेवनिया इलाके में उनकी दुकान है।

45 हजार रुपए में बेचा था खाता

राहुल ने पुलिस को बताया कि उसके द्वारा 45000 रुपए में घनश्याम सिंगरोले निवासी केलकच्छ उदयपुरा रायसेन को 45 हजार रुपए में बेचे हैं। बेचे गए खातों में एक खाता उसका और दूसरा खाता उसकी पत्नी का है। घनश्याम ने ही उसे खाते बेचने का आइडिया दिया था। उसी ने बागसेवनिया इलाके में रहने वाले लिवइन पार्टनर्स निकिता प्रजापति और नितेश प्रजापति से मिलाया।

इन दोनों की मदद से सैकड़ों खाते फर्जी तरीके से खोले और बेचे हैं। खाता खुलाने के लिए मजदूरों और गरीब वर्ग के लोगों को लालच दिया जाता था। बहाने से उनके दस्तावेज हासिल कर खाता खोला और फिर बेच दिया जाता था। इन तमाम बातों का खुलासा होने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली।

देश भर के अलग-अलग राज्यों में आरोपी अब तक 120 से अधिक खाते बेच चुके हैं। महज तीन महीने में आरोपी और उसकी पत्नी के खाते में 3 करोड़ रुपए से अधिक की राशि डेबिट और क्रेडिट हुई। इसके बाद आरोपी खाता बंद कराने बैंक पहुंच गया, तब शंका होने पर बैंक की ओर से पुलिस को सूचना दे दी गई और पूरे मामले का खुलासा हो सका।

आरोपी राहुल श्रीवास्तव उर्फ बब्लू पिता शांति स्वरूप श्रीवास्तव उम्र 42 साल निवासी मन 27 चिनार 7th माईल्स बोरदा गांव थाना कोलार रोड भोपाल को दिनांक 22/12/2024 को विधिवत गिरफ्तार कर आरोपी से एक मोबाईल फोन व 02 पासबुक व संबंधित दस्तावेज जप्त किये गये।

Exit mobile version