साक्षी मलिक के ऐलान के बाद WFI अध्यक्ष संजय सिंह ने समर्थन देने से किया इनकार; विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया भी नहीं साथ

नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक मेडलिस्ट रेसलर साक्षी मलिक, अमन सेहरावत और कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट गीता फोगाट मिलकर रेसलिंग लीग की शुरुआत करने वाले हैं। कुश्ती चैंपियंस सुपर लीग के जरिए भारतीय पहलवान दुनिया के टॉप पहलवानों के साथ प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे। हालांकि इस लीग को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष संजय सिंह ने मंजूरी देने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि यह लीग महज एक दंगल की तरह है और निजी प्रयास है। इसका फेडरेशन से कोई लेना देना नहीं है।

विनेश-बजरंग ने नहीं दिया रिएक्शन
साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया एक साथ धरने पर बैठे थे। हालांकि जबसे विनेश और बजरंग कांग्रेस से जुड़े हैं तीनों एक साथ नजर नहीं आए हैं। साक्षी मलिक के ऐलान के बाद विनेश और बजरंग ने एक्स पर उन्हें किसी तरह का समर्थन नहीं किया। न ही उन्होंने साक्षी के पोस्ट को लाइक किया और न ही उसे रीपोस्ट किया। ऐसे में लोगों को लग रहा है कि इस पहल में विनेश और बजरंग साक्षी के साथ नहीं है।

खिलाड़ी करेंगे लीग का संचालन
विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता गीता फोगट ने पीटीआई से कहा कि उन्हें महासंघ और सरकार से समर्थन की उम्मीद है। गीता फोगाट ने कहा, ‘साक्षी और मैं लंबे समय से इस लीग की योजना बना रहे थे। जल्द ही यह अंतिम रूप ले लेगी। हमने अब तक डब्ल्यूएफआई (WFI) से बात नहीं की है, लेकिन अगर डब्ल्यूएफआई (Wrestling Federation Of India) और सरकार हमारा समर्थन करती है तो यह बहुत अच्छा होगा। यह पहली लीग होगी जिसका संचालन केवल खिलाड़ी करेंगे।’

उन्होंने कहा, ‘हम इसे खिलाड़ियों के लाभ के लिए कर रहे हैं। हमारी यही एप्रोच और विचार है, इसलिए किसी को भी इससे कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है। हम इसमें शामिल होने से किसी को नहीं रोकेंगे, अगर डब्ल्यूएफआई या सरकार इसमें शामिल होती है तो और भी बेहतर होगा। हमने अब तक उनसे बात नहीं की है। इसमें अंतरराष्ट्रीय पहलवान और कोच शामिल होंगे, इसलिए इससे हमारे जूनियर पहलवानों को मदद मिलेगी।’

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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