Rahul Gandhi: कंगना रनौत के बयान के बाद राहुल ने उठाए नीति-नीयत पर सवाल, बीजेपी कठघरे में

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रनौत के किसान आंदोलन पर दिए एक बयान से सोमवार को भले ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के किनारा कर लिया हो, लेकिन इस पर हमले तेज हो गए हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीजेपी की नीति और नीयत पर ही सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने उसे किसान विरोधी करार देते हुए बड़ा बयान दिया।

एक्स पोस्ट पर यूपी के रायबरेली कांग्रेस सांसद ने कहा, “किसानों से किए वादों को पूरा करने में नाकाम मोदी सरकार का दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है. 378 दिन चले मैराथन संघर्ष के दौरान 700 साथियों का बलिदान देने वाले किसानों को भाजपा सांसद द्वारा बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना भाजपा की किसान विरोधी नीति और नीयत का एक और सबूत है. ये शर्मनाक किसान विरोधी बोल पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा और पंजाब समेत पूरे देश के किसानों का घोर अपमान है, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता.”

MSP आज भी ठंडे बस्ते में- राहुल गांधी


राहुल गांधी के मुताबिक, “किसान आंदोलन वापस लेते समय बनी सरकारी समिति आज भी ठंडे बस्ते में है, MSP पर सरकार अपना रूख आज तक साफ नहीं कर सकी, शहीद किसानों के परिवारों को किसी तरह की राहत नहीं दी गयी और ऊपर से लगातार उनका चरित्र हनन जारी है. अन्नदाताओं का निरादर और उनके मान सम्मान पर हमला करने से किसानों से किया गया मोदी सरकार का धोखा छुप नहीं सकता. नरेंद्र मोदी और भाजपा कितनी भी साजिश कर लें – INDIA किसानों को MSP की कानूनी गारंटी दिलवा कर रहेगा.”

कंगना रनौत ने दिया था बयान

बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार और हत्याएं तक हो रही थीं. बीजेपी के केंद्रीय मीडिया विभाग की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बीजेपी से मंडी सांसद को इस बयान के लिए टाइट किया गया. उन्हें हिदायत भी दी गई कि वह इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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