Politics: झारखंड में चौथी बार फेल हुआ ऑपरेशन लोटस
हेमंत को पहले ही पता चल गया सीक्रेट प्लान, विधायकों को भरोसे में लिया

रांची। झारखंड में जिस ऑपरेशन लोटस और सरकार को अस्थिर करने की बात पिछले 4 दिनों से कही जा रही थी, वो एक बार फिर से सीएम हेमंत सोरेन की सक्रियता से टलता दिखाई दे रहा है।
बीजेपी सूत्रों की माने तो चंपाई सोरेन की पार्टी के साथ एक डील हुई थी। इसके तहत इन्हें जेएमएम के कुछ विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होना था। इस डील के तहत इनके साथ आने वाले विधायकों को 2024 विधानसभा चुनाव में टिकट मिलना था। इनके साथ ही चंपाई सोरेन और उनके बेटे को भी सेट करने की बात थी। इस डील में चंपाई सोरेन के बेटे की बड़ी भूमिका बताई जा रही थी। सूत्रों की माने तो दिल्ली में बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ चंपाई के बेटे डील कर रहे थे और झारखंड में विधायकों को मनाने का काम खुद चंपाई सोरेन कर रहे थे। हालांकि, इस पर किसी भी पार्टी के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
सीएम हाउस की सक्रियता से लीक हुआ प्लान
इस डील को पूरी तरह सीक्रेट रखा गया था। किसी को भनक न लगे इसके लिए चंपाई सोरेन बीजेपी के बड़े नेताओं से कोलकाता में डील कर रहे थे। झारखंड में मीटिंग के बाद इन्हें दिल्ली जाना था। लेकिन, दिल्ली जाने से पहले पूरा सीक्रेट वायरल हो गया। चंपाई सोरेन कब कोलकाता गए, किस होटल में मीटिंग हुई, किस फ्लाइट से कितने बजे दिल्ली जा रहे हैं। सब कुछ सामने आ गया। बस यहीं से पूरा स्क्रिप्ट बदल गया।
चंपाई कोलकाता जा रहे थे, हेमंत कार्यक्रम में मशगूल रहे
हेमंत सोरेन पूरा मामला जानते हुए शांत रहे। जब चंपाई बीजेपी के साथ डील करने दिल्ली जा रहे थे, तब हेमंत पाकुड़ में मंईयां योजना की ग्रांड ओपनिंग में व्यस्त थे। उन्होंने कोई हड़बड़ाहट नहीं की और आसानी से संकट को टाल गए।
डैमेज कंट्रोल के लिए उन्होंने कोल्हान के विधायकों को खुद फोन किया और रांची बुलाया। उन्होंने सभी विधायकों की समस्या सुनी और समाधान का भरोसा देकर वापस भेज दिया।

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