भोपाल। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की परंपरागत विधानसभा सीट बुधनी से बीजेपी ने विदिशा के पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर टिकट की रेस में शिवराज के बेटे कार्तिकेय का नाम भी था। अब भार्गव को टिकट मिलने के बाद कार्तिकेय की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि, दादा रमाकांत भार्गव पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। पार्टी ने उन्हें टिकट देकर सही फैसला किया है।
भोपाल में कार्तिकेय सिंह चौहान ने मीडिया से कहा, मैंने कभी भी इस मंशा के साथ काम नहीं किया कि मुझे कभी टिकट मिले। बुधनी के लोगों के पास जाने के लिए मुझे किसी टिकट की आवश्यकता नहीं है। मैंने पहले एक आम कार्यकर्ता के रूप में उनके लिए काम किया है।
‘व्यक्तिगत इच्छाएं मायने नहीं रखतीं’
कार्तिकेय ने कहा- हम लोग एक विचारधारा से जुड़े हुए लोग हैं। यहां पर व्यक्तिगत इच्छाएं मायने नहीं रखती। अगर कुछ मायने रखता है तो वह है विचार… जो पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को एक माला की तरह पिरोकर रखता है। इसी विचार के लिए हम लोग काम कर रहे हैं और करते रहेंगे।
मेरे नाम को पैनल तक पहुंचाया यही बड़ी बात’
कार्तिकेय ने कहा- मेरे लिए सच में इससे बड़ा कोई सौभाग्य नहीं हो सकता कि पार्टी के मेरे उन सभी कार्यकर्ताओं ने मेरे नाम को आगे बढ़ाया और पैनल तक पहुंचाया। इससे ज्यादा मेरे लिए खुशी की बात नहीं हो सकती है। मेरे लिए इतना ही काफी है। मैं एक वचन देना चाहता हूं। जिस प्रकार से बुधनी का चुनाव शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पार्टी लड़ती आई है। उसमें जरा सी भी कमी नहीं होगी। उससे ज्यादा ताकत के साथ रमाकांत भार्गव के नेतृत्व में बुधनी विधानसभा का चुनाव हम लड़ेंगे और हम लोग जीतेंगे।
दादा को टिकट मिलने से तीन-तीन इंजन लगे’
कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा एक वैभवशाली, शक्तिशाली और ऐसे देश का निर्माण करने जा रही है। जिसे दुनिया देख रही है। डबल इंजन की सरकार का नेतृत्व एक तरफ जहां नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मोहन यादव मध्य प्रदेश में नेतृत्व कर रहे हैं। ऐसे में टिकट दादा रमाकांत भार्गव को जब मिल जाता है तो ये तीन-तीन इंजन लग जाते हैं।