MP : अगले महीने मिलेगा नया बीजेपी अध्यक्ष, आधा दर्जन दावेदार, चुनाव प्रक्रिया जल्द शुरू होगी
भोपाल। बीजेपी का सदस्यता अभियान 2 सितंबर से 15 अक्टूबर तक दो चरणों में पूरा हो चुका है।15 अक्टूबर से सक्रिय सदस्यता अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा। वहीं इसके बाद अब संगठन चुनाव की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। संगठन चुनाव के लिए ग्वालियर के पूर्व सांसद विवेक शेजवलकर को प्रदेश चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है। प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक जीतू जिराती, विधायक अर्चना चिटनीस, प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल और डॉ प्रभुलाल जाटवा को सह चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है। ये चुनाव अधिकारी बूथ समितियों से लेकर मंडल अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराएंगे।
पवैया, नरोत्तम, भदौरिया, सुमेर, कविता सहित कई दावेदार
बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए बीजेपी के कई दिग्गज लोबिंग कर रहे हैं। इनमें पूर्व गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार, खरगोन सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल, पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया एवं भूपेन्द्र सिंह, राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सौलंकी शामिल है। पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा, उसके बाद ही प्रदेश अध्यक्ष का चयन किया जाएगा।
31 अक्टूबर को सक्रिय सदस्यता का अभियान पूरा होने के बाद प्रदेश के लगभग 65 हजार बूथों पर बीजेपी की बूथ समितियों का गठन होगा। जिसके बाद बाद मंडल अध्यक्षों का चुनाव होगा। वहीं जिला अध्यक्ष और फिर प्रदेश अध्यक्ष का निर्वाचन कराया जाएगा। जिला अध्यक्ष के चुनाव के साथ ही एक प्रदेश प्रतिनिधि हर जिले से नॉमिनेट किया जाएगा, जो प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में हिस्सा लेगा।
कल दिल्ली में होगी बैठक
21 अक्टूबर को दिल्ली में बीजेपी के संगठन चुनाव को लेकर विशेष बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के अलावा प्रदेश चुनाव अधिकारी और चारों सह चुनाव अधिकारी भी शामिल होंगे। इस बैठक में संगठन चुनाव की डेडलाइन मिल सकती है।
23 नवंबर के बाद ही चुनाव के आसार
ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी के संगठन चुनाव के काम में 23 नवंबर को झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद तेजी आएगी। बीजेपी के कई सीनियर लीडर दोनों राज्यों के चुनाव में व्यस्त रहेंगे। ऐसे में संभावना है कि सभी बूथ समितियों का गठन करा लिया जाए। उसके बाद मंडल और जिलों और प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की शुरुआत हो।