भोपाल। सोमवार को इंदौर में फ्लाई ओवर के लोकार्पण कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा इंदौर में नशे के कारोबार के तार राजस्थान के प्रतापगढ़ से जुड़े हैं। इस कारोबार के पीछे कौन लोग हैं उनके नाम भी मुझे पता हैं। इस पर कांग्रेस ने कहा है कि मंत्री से सीएम, डीजीपी और पुलिस पूछताछ करें।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा मध्य प्रदेश पुलिस ड्रग्स पर लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन चोर को तो पकड़ लिया, लेकिन चोर की मां तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। अगर एमपी को बचाना है तो चोर की मां तक पहुंचना जरुरी है। ड्रग्स के खेल का कनेक्शन प्रतापगढ़ से है। ड्रग्स के कारोबार और इसके बड़े कारखाने का भंडाफोड़ होने के मामले में विजयवर्गीय बोले मेरे पास ड्रग्स बेचने वालों के नाम आ गए हैं, सब ड्रग्स प्रतापगढ़ से आते है। भोपाल से अधिकारियों को हस्तक्षेप करना होगा और राजस्थान की पुलिस से संपर्क करना पड़ेगा। यदि ड्रग्स से एमपी के युवाओ और प्रदेश को बचाना है तो ड्रग्स के खिलाडिय़ों को जेल में डालना होगा।
नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कार्रवाई क्यों नहीं हो रही
मंत्री विजयवर्गीय के बयान पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा- संतोष है पर संतुष्टि नहीं है कैलाश विजयवर्गीय जी क्यों भैया? प्रतापगढ़ से ड्रग्स आते हैं? प्रतापगढ़ कौन से राज्य में है? कारवाई किसको करनी है और क्यों नहीं की जा रही है? कैलाश जी आखिर आप इशारा क्या करना चाह रहे हैं?
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर कांग्रेस ने सरकार और पुलिस को घेरा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव कुणाल चौधरी ने कहा- कैलाश विजयवर्गीय ने कहा मेरे पास नशे के सौदागरों की डिटेल्स है, प्रतापगढ़ से आता है नशा और कठोरतम कार्रवाई की जरूरत है, जिसमें भोपाल पुलिस के हस्तक्षेप की जरूरत है।
यह बयान मंच से सीएम के सामने बोले कैलाश विजयवर्गीय। सिंघार ने कहा कि समाज और परिवार नशे में बर्बाद हो रहे हैं और जनप्रतिनिधि जानते हुए भी भ्रष्टाचार में लिप्त राजनीति की रोटियां सेक रहे हैं। सीधा सवाल- क्या सीएम डॉ मोहन यादव, एमपी के डीजीपी और भोपाल पुलिस अपने मंत्री जी से नशे के सौदागरों के पते लेकर कठोर कार्यवाही करेंगे?
मध्य प्रदेश में पकड़ी गई ड्रग्स
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में ड्रग्स पकड़ी गई है. सबसे पहले भोपाल में 1814 करोड़ की एमडी ड्रग्स बनाने की सामग्री मिली थी। यह पूरी फैक्ट्री थी, वहीं इसके बाद झाबुआ में भी 168 करोड़ की एमडी ड्रग्स बरामद हुई है, जबकि मंदसौर जिले में भी ड्रग्स पकड़ी गई थी। लगातार आ रहे मामलों के बाद ड्रग्स को लेकर जांच पड़ताल शुरू हुई है, ड्रग्स का कई राज्यों से कनेक्शन भी सामने आ रहा है। वहीं अब कैलाश विजयवर्गीय के बयान के बाद एक बार फिर यह मामला गर्माता नजर आ रहा है।