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MP: भोपाल में प्रॉपर्टी की नई गाइडलाइन लागू:एवरेज 7.19 फीसदी रेट बढ़े… कोलार, सलैया, अयोध्या बायपास-मिसरोद में सबसे महंगी प्रॉपर्टी

भोपाल। भोपाल समेत पूरे प्रदेश में बुधवार से प्रॉपर्टी की नई गाइड लाइन लागू हो गई। भोपाल शहर के 1443 लोकेशन पर एवरेज 7.19% गाइडलाइन यानी कलेक्टर रेट बढ़ाए गए हैं। अब कोलार, सलैया, अयोध्या बायपास और मिसरोद में प्रॉपर्टी सबसे महंगी हो गई है। यहां पर 25% से लेकर 94% तक रेट बढ़ाए गए हैं। शहर से जुड़े इलाकों में बसी 22 कॉलोनियां भी गाइडलाइन से जुड़ गई हैं। यानी, अब तय गाइडलाइन के हिसाब से ही रजिस्ट्री होगी।

पहले गाइडलाइन 1 अप्रैल से लागू होनी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक मध्यप्रदेश ने इसे स्थगित कर दिया था। इस वजह से भोपाल समेत प्रदेशभर में नई गाइडलाइन लागू नहीं हुई थी। बुधवार को केंद्रीय मूल्यांकन बोर्ड के अध्यक्ष और महानिरीक्षक पंजीयन एम. सेलवेंद्रन ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को नई गाइडलाइन के संबंध में निर्देश जारी कर दिए। इसमें बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग ने गाइडलाइन वर्ष 2024-25 को लागू किए जाने से संबंधित प्रस्ताव पर अनापत्ति प्रदान की है। इसलिए आज से ही गाइडलाइन लागू कर दी जाती है। इसके चलते गाइडलाइन 3 अप्रैल से ही लागू हो गई है।

अब इन इलाकों में भी महंगी मिलेगी प्रॉपर्टी

मिसरोद वार्ड-52 के दृष्टि ऐनक्लेव, बावड़ियाकलां में 44.23%

होशंगाबाद रोड पर चिनार सफायर में 42.04%

कोलार के कान्हा कुंज ग्राम गेहूंखेड़ा में 42.04%

अयोध्या नगर में हाउसिंग बोर्ड के सभी फेज 40.10%

अयोध्या नगर के सुरभि परिसर में 40%

मिसरोद वार्ड 52 में होशंगाबाद रोड से हटकर कम्फर्ट ऐनक्लेव, खनूजा ऐनक्लेव और लक्ष्मी परिसर में 38.88%

अयोध्या नगर वार्ड-68 के भवानी कैंपस में 37.5%

कोलार वार्ड 81 के कान्हा कुंज ग्राम बैरागढ़ चीचली में भी 37.5 प्रतिशत

बावड़ियाकलां की क्रिस्टल स्मार्ट सिटी और डी के 24 कैरेट 36.36% की बढ़ोतरी की गई है

सबसे ज्यादा 1228 लोकेशन शहरी इलाकों की

भोपाल में कुल 3900 लोकेशन हैं। इनमें शहर में 3110 और ग्रामीण क्षेत्रों में 790 लोकेशन हैं। नई प्रस्तावित गाइडलाइन में कुल 1443 लोकेशन में गाइड लाइन बढ़ाई गई है। जिनमें शहरी क्षेत्र में 1228 और ग्रामीण क्षेत्र में 215 लोकेशन शामिल हैं। जिला मूल्यांकन समिति ने प्रस्तावित गाइडलाइन पर चार दिन तक सुझाव मांगे थे। इस पर कुल 20 सुझाव आए थे।

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