भोपाल । प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री रामनिवास रावत को मंत्री बनने के 14 दिन बाद रविवार को विभाग का आवंटन कर दिया गया। उनको वन एवं पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। रावत कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। 8 जुलाई को उनके कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने के बाद भी विभाग का आवंटन नहीं किया गया था। अभी तक वन व पर्यावरा विभाग नागर सिंह चौहान संभाल रहे थे।
नागर सिंह चौहान के पास अब तीन में से एक अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग ही बचा है। इसे कैबिनेट में उनके कद घटने के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, राज्य सरकार ने रविवार को मंत्रिमंडल में इस बदलाव की अधिसूचना भी जारी कर दी।
छह बार के विधायक हैं रावत
बता दें, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में दिल्ली दौरे पर केंद्रीय गृहमंत्री और वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। वहां से हरि झंडी मिलने के बाद रावत को विभाग का आवंटन कर दिया गया। लोकसभा चुनाव के दौरान श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से विधायक रामनिवास रावत कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। छह बार के विधायक रावत इससे पहले भी कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। रावत को मंत्री पद की राज्यपाल को दो बार शपथ दिलाना पड़ी थी। पहले उन्होंने राज्यमंत्री बतौर शपथ ली, बाद में पता चला तो उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी।