MP: कांग्रेस से बीजेपी में आए चार नेताओं को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी, केपी यादव को निगम मंडल में जगह..!

भोपाल। मध्य प्रदेश में राजनैतिक नियुक्तियों को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी का सदस्यता अभियान खत्म होने के बाद निगम और मंडल में नियुक्तियां की जा सकती हैं। सूत्रों का कहना है कि निगम और मंडल के लिए पहली सूची तैयार कर ली गई है केवल उसकी घोषणा करना बाकी है। ऐसे में नेताओं ने भी अपनी दावेदारी तेज कर दी है। माना जा रहा है कि 15 अक्टूबर के बाद नियुक्तियों की घोषणा हो सकती है। पहली सूची में केपी यादव के अलावा सुरेश पचौरी, दीपक सक्सेना के नाम की भी चर्चा है।

सूत्रों के अनुसार, पहली सूची में करीब 10 नाम हो सकते हैं। इनमें से उन नेताओं के भी नाम हैं जो विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। निगम और मंडल की पहली लिस्ट में कई चौंकाने वाले नाम हो सकते हैं। इन नामों में सबसे बड़ी दावेदारी पूर्व सांसद केपी यादव की मानी जा रही है। बीजेपी ने इस बार गुना-शिवपुरी से केपी यादव का टिकट काटकर ज्योतिरादित्य सिंधिया का टिकट दिया था। सिंधिया और केपी यादव के बीच पुरानी अदावत है।

चार नामों को लेकर लग रही हैं अटकलें
जिन चार नामों को लेकर सबसे ज्यादा अटकलें लगाई जा रही हैं उनमें से एक नाम है केपी यादव का। केपी यादव 2019 में ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव हराकर सासंद बने थे। हालांकि 2020 में सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद उनकी नाराजगी भी कई बार दिखी थी। लोकसभा चुनाव के दौरान अमित शाह ने भी केपी यादव के भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया था अब अटकलें लग रही हैं कि इनको निगम या मंडल में बड़ी जिममेदारी दी जा सकती है। केपी यादव भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।

सुरेश पचौरी को मिल सकता है मौका
सुरेश पचौरी कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता हुआ करते थे। केंद्र में मंत्री रह चुके हैं और चार बार राज्यसभा सांसद रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस से रिश्ता तोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। ऐसे में माना जा रहा है कि पचौरी को भी जिम्मेदारी मिल सकती है।

दीपक सक्सेना को मिलेगा इनाम?
लोकसभा चुनाव के दौरान कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका देने वाले दीपक सक्सेना को भी निगम और मंडल में जगह दी जा सकती है। लोकसभा चुनाव के दौरान दीपक सक्सेना ने कमलनाथ से 44 साल पुरानी दोस्ती तोड़ दी थी। 2024 में बीजेपी ने छिंदवाड़ा में जीत दर्ज की थी।

कमलेश शाह को लेकर भी अटकलें
लोकसभा चुनाव के दौरान छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक कमलेश शाह ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। इसके बाद उपचुनाव हुए। कमलेश शाह दोबारा चुनाव जीते और उसके बाद उन्हें मंत्री बनाए जाने की अटकलें थीं लेकिन मंत्री नहीं बनाए गए। ऐसे में अब माना जा रहा है कि कमलेश शाह को निगम और मंडल में नियुक्ति दी जा सकती है।

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