MP: नाटकीय घटनाक्रम… भाजपा विधायक ने रात को दिया इस्तीफा, फटकार के बाद सुबह वापस लिया
सागर। सागर जिले के देवरी से भाजपा विधायक बृजबिहारी पटैरिया ने कल रात को एक मामले को लेकर विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। देर रात प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन सक्रिय हुए और फटकार के बाद पटेरिया धरना समाप्त करने के साथ ही एक वीडियो जारी कर त्यागपत्र की बात से पलट गए।
पटेरिया ने कहा कि वो दुर्भाग्यपूर्ण क्षण था, जब मैंने आक्रोश में आकर इस्तीफा लिख दिया। पार्टी मेरे साथ है, मुख्यमंत्री मेरे साथ हैं। जिन्होंने मुझे इस पद तक पहुंचाया, वो सब मेरे साथ हैं। अब उन सबके निर्देशों और मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन करूंगा।
गुरुवार देर रात को विधायक पटैरिया ने अपना इस्तीफा लिख दिया था। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के नाम लिखे पत्र में एक मामले को लेकर कहा था कि पीडि़त पक्ष के साथ न्याय नहीं होने से आहत हूं, इसलिए विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। पटैरिया गुरुवार देर रात केसली थाने में अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी केसली थाने पहुंचे और विधायक को समझाने की कोशिश की। लेकिन विधायक एक डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। आखिरकार 4 घंटे तक विधायक के धरना प्रदर्शन के बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज की।
थाने पर धरने पर बैठे भाजपा विधायक पटैरिया
विधायक पटैरिया ने बताया कि सर्पदंश से व्यक्ति की मौत हो गई थी। जिसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बनाने के लिए डॉक्टर ने मृतक के परिजन से पैसों की मांग की। पैसे नहीं दिए तो डॉक्टर ने रिपोर्ट में सर्पदंश नहीं लिखा। एसपी, एसडीओपी, टीआई से बात कर मामले की जानकारी दी। एफआईआर कर मामले की जांच कराने के लिए कहा, लेकिन एफआईआर नहीं हुई। थाने आया तो वह कई नियम बता रहे हैं।
पूर्व मंत्री भार्गव ने कहा-अफसरों से बात की
बीजेपी के सीनियर लीडर और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने पटैरिया को इस्तीफा न देने की सलाह दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा- उक्त घटनाक्रम दुखद है। शासकीय कर्मचारियों द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने के लिए पैसे की मांग की जा रही है। भाजपा सरकार गरीबों के लिए ही दिन रात काम कर रही है। पुलिस अधिकारी हो या चिकित्सक, उनकी ऐसी कार्यप्रणाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।