भोपाल। पार्टी सूत्रों की मानी जाए तो पूर्व सांसद और राहुल गांधी की कोर टीम में शामिल मीनाक्षी नटराजन का महासचिव बनना लगभग तय माना जा रहा है। जबकि दूसरे नाम को लेकर अभी अटकलें चल रही है। जिसमें सबसे मजबूत नाम प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव का नाम बताया जाता है।
मीनाक्षी राहुल गांधी के कोर ग्रुप की सदस्य रहीं हैं और उनके कहने पर ही वे कांग्रेस से कुछ समय के लिए दूर भी हो गई थी। वे पंचायत स्तर पर गांधी प्रतिष्ठान वर्धा का नेटवर्क बनाने में जुटी हुई थी। ये कार्यक्रम कांग्रेस को मजबूत करने के लिए ही चलाया गया था, ऐसा माना जा रहा है। अब मीनाक्षी की मुख्य धारा में वापसी हो सकती है।
अरुण यादव पूर्व में कांग्रेस के राष्ट्रीयसचिव और केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। महासचिवों में अभी यदुवंशी समाज से भी कोई नहीं हैं। ऐसे में अरुण यादव का दावा भी मजबूत माना जा रहा है। यादव के पास अभी संगठन की ओर से कोई जिम्मेदारी नहीं हैं, हाल ही में उनके छोटे भाई एवं विधायक सचिव यादव को हरियाणा विधानसभा चुनाव के चलते गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में आने वाले विधानसभा चुनाव के चलते गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में आने वाले विधान सभा क्षेत्रों का केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्ति किया गया है। हालांकि मीनाक्षी नटराजन और अरुण यादव दोनों ही नेता निमाड़ क्षेत्र से ही आते हैं। यदि क्षेत्र को देखा गया तो अरुण यादव की जगह पर किसी दूसरे नाम पर भी विचार किया जा सकता है।