नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार (11 दिसंबर, 2024) को कहा कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और उनसे उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों को हटाने का आग्रह किया. इससे पहले 5 दिसंबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और संबित पात्रा ने राहुल गांधी और हंगेरियन के बीच संबंधों का आरोप लगाया. इसके बाद से कांग्रेस पार्टी नाराजगी जाहिर कर रही है।
राहुल गांधी ने कहा, “मैंने स्पीकर से मुलाकात कर कहा कि मेरे खिलाफ की जाने वाली अपमानजनक टिप्पणियों को हटाया जाना चाहिए. स्पीकर ने कहा है कि वे इस पर गौर करेंगे. हमारा उद्देश्य है कि सदन चलना चाहिए और सदन में चर्चा होनी चाहिए. वे मेरे बारे में जो चाहे कहें, लेकिन हम चाहते हैं कि सदन में चर्चा हो. 13 दिसंबर को संविधान पर चर्चा करने की बात तय हुई थी, ये चर्चा होनी चाहिए. मोदी सरकार अडानी पर चर्चा नहीं चाहती. वे मुद्दे को भटकाना चाहते हैं, लेकिन हम इस मुद्दे को उठाते रहेंगे. वे मेरे ऊपर चाहे जितने आरोप लगा लें, लेकिन हम सदन को चलाना चाहते हैं.”
राहुल गांधी पर टीएमसी का पलटवार
राहुल गांधी की टिप्पणी के पूरी तरह से विपरीत, तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि सदन बीजेपी और कांग्रेस के अनुसार चलता है. उन्होंने आरोप लगाया, “वे तय करते हैं कि यह कब तक चलेगा. यह सही नहीं है. बीजेपी और कांग्रेस को बोलने का अधिक अवसर मिलता है. हमें बोलने का अवसर नहीं मिलता. अन्य राजनीतिक दल कष्ट झेल रहे हैं.”
इंडिया गठबंधन के कई दलों की जुदा हुई राहें
कांग्रेस की सहयोगी तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने संसद में विपक्ष के विरोध प्रदर्शनों में भाग नहीं लिया है. 20 नवंबर को शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से लगभग हर दिन विपक्ष के विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिससे दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हो रही है. इससे पहले, बुधवार को दिन में राहुल गांधी और विपक्षी इंडिया गठबंधन के कई सांसदों ने संसद में बीजेपी सदस्यों का गुलाब और तिरंगा भेंट कर स्वागत किया साथ ही उनसे सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया।