MP : कैलाश विजयवर्गीय बोले-जांच कराएंगे तो निगमों में मिलेगा भ्रष्टाचार…!

इंदौर। इंदौर में ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर्स की मध्यप्रदेश इकाई का सम्मेलन ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल से और नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय जयपुर से वर्चुअली जुड़े।

इस दौरान विजयवर्गीय ने महापौरों से कहा कि- आप पारदर्शिता के साथ काम करें, यह हमारा बजट, यह हमारी आय है। आय के साधन बढ़ाएं पर लीकेज भी खत्म करें। अगर हम जांच करेंगे तो नगर निगमों में भ्रष्टाचार मिलेगा। इस पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के मेयरों ने कहा कि देश और प्रदेश में आपकी ही सरकार है। जांच कराने से किसने रोका है?

टैक्स लगाइए, थोड़ा साहस दिखाइए
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं चाहता हूं सिटी गवर्नमेंट बने। सरकार इसमें संकोच करती है, पर मैं नहीं। यदि ऐसा कोई प्रस्ताव आप बनाएंगे तो मैं सीएम से पास कराने का प्रयास करूंगा।

उन्होंने कहा कि आप अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन आपको यह भी तय करना होगा कि हम आत्मनिर्भर बनें, हम आर्थिक रूप से सक्षम बनें। इसके लिए हमें क्या-क्या कदम उठाने होंगे, यह सोचना चाहिए। हम टैक्स नहीं बढ़ाते, महंगे पानी को सस्ता देते हैं। आरक्षण के कारण आपको फिर से मौका नहीं मिलेगा, तो क्यों डरते हो? टैक्स लगाइए, थोड़ा साहस दिखाइए।

मैंने 5 साल में दो बार टैक्स बढ़ाए
विजयवर्गीय ने कहा- “एक समय था जब हम कर्मचारियों की सैलरी भी नहीं दे पाते थे। मैंने 5 साल में दो बार टैक्स बढ़ाए। आज मुझे गर्व है कि इंदौर का बजट सबसे ज्यादा है। यह सब 2000 से शुरू हुआ था और आज भी पुष्यमित्र भार्गव इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।

मेयर मतलब शहर का पिता
विजयवर्गीय ने कहा कि यदि आपने बहुत अच्छा काम किया तो पूरा शहर आपको 25 साल तक याद करेगा। मेयर मतलब शहर का पिता होता है। आपको शहर की सेवा करने का अवसर मिला है।

रीवा के महापौर बोले- भाजपाई परिषदों की जांच होना चाहिए

मंत्री विजयवर्गीय के बयान के बाद रीवा से कांग्रेस के महापौर अजय मिश्रा ने कहा कि प्रदेश की सभी नगरीय निकायों की जांच होना चाहिए। अधिकांश जगह भाजपा की ही स्थानीय सरकार में है। यदि जांच होती है तो भ्रष्टाचार जरूर मिलेगा।

सिंगरौली से आम आदमी पार्टी की महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि जब प्रदेश और केंद्र में आपकी ही सरकार है तो भाजपाई और गैर भाजपाई नगरीय निकायों में जांच कराने से किसने रोका। सभी की जांच कराई जाना चाहिए। मैं भी चाहती हूं ये हो ताकि सच लोगों के सामने आए।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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