नागपुर। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग के 11 दिन पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बागियों को लेकर बयान दिया है। गडकरी से शनिवार को एक इंटरव्यू में बागियों के भाजपा जॉइन करने को लेकर सवाल किया गया था। इसके जवाब में गडकरी ने कहा-
भाजपा का तेजी से विस्तार हो रहा है। जैसे-जैसे फसल बढ़ती है, उसके साथ बीमारियां भी बढ़ती हैं। भाजपा के पास बहुत सारी फसलें हैं, जो अच्छी पैदावार देती हैं, लेकिन कुछ बीमारियां भी लाती हैं। इसलिए हमें ऐसी बीमार फसलों पर कीटनाशकों का छिडक़ाव करना होगा।
गडकरी ने कहा कि भाजपा में अलग-अलग कारणों से नए लोग आ रहे हैं। उन्हें ट्रेनिंग देना, विचारधारा के बारे में बताना और कार्यकर्ता बनाना हमारी जिम्मेदारी है। एक हजार कार्यकर्ता खड़े होते हैं, लेकिन कभी-कभी एक कार्यकर्ता कुछ कह देता है और उन हजार कार्यकर्ताओं की मेहनत खराब हो जाती है।
गडकरी से सवाल किया गया कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में हार के बाद नड्डा और अमित शाह ने महाराष्ट्र भाजपा के नेताओं के साथ कई बैठकें कीं, लेकिन इन बैठकों में वे मौजूद नहीं थे। इस पर गडकरी ने कहा- मेरी महाराष्ट्र में कोई भूमिका नहीं है। यहां के नेता सक्षम हैं। उन्हें जब भी मेरी जरूरत होगी, मैं उपलब्ध रहूंगा।
गडकरी ने इंटरव्यू में आगे कहा कि सरकार और प्रशासन को धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए। कोई व्यक्ति कभी धर्मनिरपेक्ष हो या ना हो, लेकिन राज्य, सरकार और प्रशासन को धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए। इसके अलावा गडकरी ने आर्वी में एक चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस पर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास न करने का आरोप लगाया।
गडकरी ने कहा- कांग्रेस ने कभी भी ग्रामीण भारत के विकास के बारे में गंभीरता से नहीं सोचा। अगर ग्रामीण भारत को प्राथमिकता दी जाती तो किसान आत्महत्या नहीं करते और गांवों में गरीबी नहीं होती। भारत के 75 साल के इतिहास में कांग्रेस ने लगातार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की उपेक्षा की है।