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Loksabha election: 2019 के मुकाबले 5वें चरण में कम मतदान, क्या कहता है वोटिंग ट्रेंड

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार को छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर वोटिंग हुई. इस बार 57.5 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. ये वोटर टर्नआउट पिछली बार के मुकाबले लगभग 5 फीसदी कम है. 2019 के चुनाव में इन्हीं सीटों पर 62.0 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले थे. वोटिंग ट्रेंड में कमी से एक बार फिर राजनीतिक दल और चुनाव आयोग की चिंता बढ़ गई है।

असल में चौथे चरण में मतदान का प्रतिशत कुछ बढ़ता दिखा तो राजनीतिक पार्टियों को राहत मिली, लेकिन पांचवे चरण ने खास तौर पर सत्ता पक्ष की चिंता बढ़ाई है। आंकड़ों की बात करें तो पांचवें फेज में महाराष्ट्र की 13, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की 7, बिहार की 5, झारखंड की 3, ओडिशा की 5 और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख की एक-एक सीट पर वोट डाले गए. इन राज्यों में से पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 73 प्रतिशत और महाराष्ट्र में सबसे कम 48.88 प्रतिशत मतदान हुआ।वहीं बिहार में 52.55 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर में 54.21 प्रतिशत, झारखंड में 63 प्रतिशत, ओडिशा में 60.72 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 57.43 प्रतिशत और लद्दाख में 67.15 प्रतिशत वोटिंग हुई. शाम सात बजे तक उपलब्ध कराए गए निर्वाचन आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस चरण में अनुमानित मतदान प्रतिशत 57.38 दर्ज किया गया।

अब बात करते हैं इन्हीं सीटों पर 2019 में हुए मतदान प्रतिशत की, तो पिछले लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की इन्हीं सीटों पर 80 फीसदी से भी ज्यादा वोटिंग हुई थी. वहीं महाराष्ट्र में 55.7 प्रतिशत, बिहार में 57.2 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर में 34.6 प्रतिशत, झारखंड में 65.6 प्रतिशत, ओडिशा में 72.9 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 58.6 प्रतिशत और लद्दाख में 71.1 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

इस बार जम्मू-कश्मीर के बारामूला लोकसभा क्षेत्र में 54 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ, जो लगभग चार दशकों में सबसे अधिक है. इस बार कुल मतदान प्रतिशत 54.21 रहा, जो 1984 में इस निर्वाचन क्षेत्र में हुए 58.84 प्रतिशत मतदान के बाद सबसे अधिक है।

पांचवें चरण  में 4.26 करोड़ महिलाओं और 5,409 थर्ड जेंडर के मतदाताओं समेत 8.95 करोड़ से अधिक लोग मतदान करने के पात्र थे. इसमें 85 वर्ष से अधिक आयु के 7.81 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता थे. 100 वर्ष से अधिक आयु के 24,792 मतदाता और 7.03 लाख दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी) मतदाता थे. इस चरण में 94,732 मतदान केंद्रों पर 9.47 लाख मतदान अधिकारी तैनात किए गए थे।

लोकसभा चुनाव 2024 के शुरुआती चार चरणों में लगभग 66.95 प्रतिशत मतदान हुआ था. पहले चार चरणों के दौरान लगभग 45 करोड़ 10 लाख व्यक्ति मतदान कर चुके हैं. सोमवार को पांचवें चरण का मतदान पूर्ण होने के बाद अब लोकसभा चुनाव के केवल दो चरण बाकी हैं. छठे चरण का मतदान 25 मई और आखिरी चरण का मतदान एक जून को होना है. वोटों की गिनती 4 जून को होगी।

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