बेंगलुरू। कर्नाटक सरकार ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए वरिष्ठ ढ्ढ्रस् अधिकारी लूथफुल्ला खान अतीक को अनुबंध के आधार पर सेवा विस्तार दिया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खास माने जाने वाले 1991 बैच के इस अधिकारी को इस महीने उनकी सेवानिवृत्ति से ठीक पहले सेवा विस्तार दिया गया है। अतीक 31 जनवरी को सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन अब वे अनुबंध के आधार पर सीएम के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर बने रहेंगे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी को अनुबंध के आधार पर सेवा विस्तार देना एक अभूतपूर्व घटनाक्रम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव होने के अलावा, वे वित्त विभाग के भी प्रमुख हैं। विस्तार देने की इस कवायद के पीछे असली कहानी सीएम सिद्धारमैया की 2025-26 के बजट के मद्देनजर अतीक को बनाए रखने की इच्छा बताई जाती है, जो वित्त मंत्री के रूप में सिद्धारमैया का रिकॉर्ड 16वां बजट होगा।
सिद्धारमैया का अतीक के प्रति आकर्षण 1995 में तब शुरू हुआ जब उन्होंने अपना पहला बजट पेश किया। तब अतीक वित्त विभाग में उप सचिव थे। लेकिन 2016 में जब अतीक सिद्धारमैया के प्रधान सचिव बने, तब उन्होंने नीतिगत मामलों पर मिलकर काम करना शुरू किया। 2019 में जब भाजपा सत्ता में आई तो अतीक को हटा दिया गया था, लेकिन 2023 में सिद्धारमैया की सत्ता में वापसी के बाद अतीक को फिर से वित्त विभाग का प्रमुख बना दिया गया। इस बीच, 1996 बैच के आईएएस अधिकारी रितेश कुमार सिंह को वित्त विभाग का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें अतीक की जगह लिया गया है, जो अब मुख्यमंत्री के साथ काम करेंगे।