ग्वालियर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज ग्वालियर दौरे पर हैं। इस दौरान दोपहर का भोजन उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के जयविलास पैलेस में किया। ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी धर्मपत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने उपराष्ट्रपति को अपना महल दिखाया। पैलेस की खूबसूरती देखकर उप राष्ट्रपति हैरान रहे गए। वहीं, सिंधिया ने महल की एक नायाब चीज दिखाई, जिसे देखते ही धनखड़ और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नजर थम गई।
उपराष्ट्रपति को दोपहर भोज में सादा नेपाली और मराठी पकवान परोसे गए, जिसमें नेपाली आलू, बड़ौदा पुलाव, सोल कड़ी, कुरकुरी भिंडी, लौकी कोफ्ता कढ़ी, श्रीखण्ड जैसे कई वयंजन शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने सभी अतिथियों को दरबार हाल में महल के इतिहास और निर्माण के विषय में बताया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें डाइनिंग टेबल पर चांदी की ट्रेन दिखाई। यह ट्रेन राजघराने के लिए राजमहल के डाइनिंग टेबल बनी हुई है। जिस पर एक साथ 100 से अधिक लोग बैठकर खाना खा सकते हैं। डाइनिंग टेबल पर एक ट्रेन चलती है लोगों के लिए या ट्रेन अचरज का विषय है। यह ट्रेन खास मेहमानों को खाना परोसने का काम करती है। इस ट्रेन को टेबल पर चलने के लिए विशेष प्रक्रिया भी बनाई गई है जिन पर यह ट्रेन सरपट दौड़ती है। इस दौरान सीएम डॉ. मोहन, उपराष्ट्रपति समेत सभी मेहमान उनके घर की छत में लगे सुंदर झूमर को देखते रहे।
उपराष्ट्रपत बोले- ज्योतिरादित्य में भविष्य का विजन
कार्यक्रम के दौरान उप राष्ट्रपति ने कहा आज का दिन मेरे लिए सदैव अविस्मरणीय रहेगा। मैंने सिंधिया परिवार की तीन पीढ़ियों की राजनीति को देखा है। मुझे 1989 में राजमाता का आशीर्वाद मिला, जो आज मुझे इस मुकाम पर ले आया है।जीवाजी राव ने आजादी के बाद जनता की सेवा, शिक्षा के लिए अविस्मरणीय काम किया। उनकी मूर्ति के अनावरण पर आज का दिन मेरे लिए भावुक दिन है। महाराज जीवाजी राव जानते थे कि शिक्षा समानता लाती है, शिक्षा जागरूकता लाती है, शिक्षा से ही लोकतंत्र और संविधान है। महाराज में जनता की सेवा के लिए हमेशा ऊर्जा रहती थी। आज ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उनके नक्शे कदम पर चल रहे है। सिंधिया के पास भविष्य के लिए विजन है, आज भविष्य के लिए ठोस विजन की जरूरत भी है।
ये मैसेज लिखा
मेसेज लिखकर सिंधिया परिवार के समृद्ध इतिहास की तारीफ की। उन्होंने कहा, “मुझे इस इतिहास के बारे में और ज़्यादा जानने, समझने की जिज्ञासा है।