नई दिल्ली। एक आईएएस ऑफिसर पर जम्मू-कश्मीर में बिना एलिजिबल व्यक्तियों को वित्तीय लाभ के बदले हथियार लाइसेंस जारी करने का आरोप लगा था. अब CBI उन पर मुकदमा चलाएगी।
जिनकी हम बात कर रहे हैं, उनका नाम कुमार राजीव रंजन है. आरोप लगने के बाद जम्मू-कश्मीर के राजस्व विभाग के सचिव कुमार राजीव रंजन के खिलाफ केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में हुए हथियार लाइसेंस घोटाले में CBI को मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है. वह पहले जम्मू के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) के पद पर तैनात थे. कुमार राजीव रंजन उन नौ आईएएस अधिकारियों में से एक हैं, जिन पर यह गंभीर आरोप लगाए गए थे।
कुमार राजीव रंजन 2010 बैच के AGMUT कैडर के IAS ऑफिसर हैं. वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं. उन्होंने UPSC सिविल सेवा की परीक्षा में 866 रैंक हासिल की थी. उन्होंने विनोबा भावे यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की हैं. वह इस परीक्षा में फार्स्ट डिवीजन से पास आउट हैं. इसके उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा को पास करके IAS ऑफिसर बन गए. LBSNAA से ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग रेवेन्यू डिपार्टमेंट में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर हुई।
इसके अलावा IAS कुमार राजीव रंजन कई अहम पदों पर भी रह चुके हैं. इससे पहले वह जम्मू और कश्मीर भूमि अभिलेख प्रबंधन एजेंसी के सीईओ का पदभार संभाल चुके हैं. वह सर्वेक्षण और भूमि अभिलेख, जम्मू और कश्मीर में कमिश्नर के पद पर भी रहे हैं।