IAS Story: NIT, IIM से पढ़ाई, UPSC क्रैक करके बने आईएएस अफसर, अब CBI ने भेजा समन…!
नई दिल्ली। ओडिशा कैडर के 1995 बैच के आईएएस ऑफिसर बिष्णुपद सेठी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 10 लाख रुपये की रिश्वतखोरी के मामले में तलब किया है. यह मामला एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी (PSU) और कुछ अन्य निजी व्यक्तियों से जुड़ा हुआ है. इस मामले में सीबीआई ने पहले ही एक पीएसयू के सीनियर ऑफिसर, एक निजी कंपनी के निदेशक और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
1995 बैच के आईएएस ऑफिसर बिष्णुपद सेठी ने मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले हैं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार उन्होंने NIT राउरकेला से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की हैं. इसके बाद उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM, Mumbai) मुंबई से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा लिया. बाद में बिष्णुपद सेठी ने यूपीएससी की परीक्षा को पास करके IAS ऑफिसर बन गए. इसके बाद उनकी पहली पोस्टिंग SDM के पद पर हुई. इसके बाद वह कई जिलों में डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर एंड डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के पद पर रहे।
कैंब्रिज और हार्वर्ड से भी कर चुके हैं पढ़ाई
IAS बिष्णुपद सेठी कैंब्रिज यूनिवर्सिटी जज बिजनेस स्कूल और हार्वर्ड केनेडी स्कूल से एक्जीक्यूटिव एजुकेशन भी हासिल किए हैं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार उन्होंने देश भगत यूनिवर्सिटी से PhD की डिग्री भी हासिल कर चुके हैं. फिलहाल वह वर्तमान में ओडिशा के एससी/एसटी, सामाजिक सुरक्षा एवं दिव्यांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण (एसएसईपीडी) और ओडिया भाषा, साहित्य एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
सीबीआई ने 10 दिसंबर को बिष्णुपद सेठी को एक पत्र जारी किया था. पत्र में सीबीआई ने उल्लेख किया कि सेठी इस मामले से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों और परिस्थितियों की जानकारी रखते हैं, जिनकी जांच के लिए उनकी उपस्थिति आवश्यक है. सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने सेठी के ड्राइवर को भी पूछताछ के लिए तलब किया है. हालांकि, सेठी को समन भेजने के पीछे की सटीक वजह स्पष्ट नहीं है, लेकिन जानकारी के अनुसार, एससी/एसटी विकास विभाग के प्रधान सचिव रहते हुए उन्होंने मिनिरत्न केंद्रीय पीएसयू ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड को कुछ परियोजनाएं आवंटित की थी।