IAS बेटे ने पिता के रिटायरमेंट से जुड़े आदेश साइन किएः भरतपुर संभागीय आयुक्त के पद से रिटायर हुए सांवरमल वर्मा

भरतपुर। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी सांवरमल वर्मा भरतपुर संभागीय आयुक्त के पद से रिटायर हो गए। उनके रिटायरमेंट से ज्यादा चर्चा उनके रिटायरमेंट पर जारी हुए एडिशनल चार्ज के आदेश की हो रही है। आईएएस सांवरमल वर्मा के रिटायरमेंट के बाद उनकी जगह एडिशनल चार्ज देने के आदेश पर उनके बेटे आईएएस कनिष्क कटारिया के साइन हैं।

कनिष्क कटारिया कार्मिक विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात हैं। किसी भी आईएएस, आईपीएस और आरएएस अधिकारी के ट्रांसफर, रिटायरमेंट सहित अन्य सेवा संबंधी आदेश पर संयुक्त सचिव ही हस्ताक्षर करते हैं। 30 सितंबर को आईएएस सांवरमल वर्मा के रिटायरमेंट के समय उनका चार्ज अतिरिक्त संभागीय आयुक्त को देने के आदेश पर उनके बेटे कनिष्क कटारिया ने साइन किए।

पिता प्रमोटी आईएएस, बेटे ने UPSC टॉपर रहा सांवरमल वर्मा राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) से आईएएस बने थे। वहीं, उनके बेटे कनिष्क कटारिया ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2018 में टॉप किया। दिलचस्प बात यह भी है कि पिता-पुत्र कुछ महीनों में ही आईएएस बने।

सांवरमल वर्मा को साल 2018 में आरएएस से आईएएस अधिकारी के पद पर पदोन्नति मिली। वहीं, कनिष्क यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा-2018 को टॉप करके आईएएस बने। कनिष्क 2019 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
आईआईटीयन हैं कनिष्क कनिष्क ने आईएएस बनने से पहले आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में बीटेक किया था। बीटेक के बाद उन्हें विदेश में 1 करोड़ के सालाना पैकेज पर नौकरी का ऑफर भी आ गया था। कनिष्क ने कुछ दिन नौकरी की और इस्तीफा देकर भारत लौट आए। यहां कनिष्क ने यूपीएससी की तैयारी की और अपने पहले ही प्रयास में टॉप कर आईएएस अधिकारी बन गए।

” एक पिता होने के नाते मेरे लिए यह गौरव का क्षण है कि मेरे रिटायरमेंट से संबंधित आदेश पर मेरे बेटे के साइन हैं। सांवर मल वर्मा, रिटायर्ड आईएएस

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Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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