IAS: तेलंगाना के राजनीतिक तूफ़ान में फंसा बिहार का एक IAS अधिकारी

हैदराबाद। तेलंगाना के राजनीतिक विवाद में बिहार के एक IAS ऑफिसर फंस गए हैं. इनका नाम संदीप कुमार झा (IAS Sandeep Kumar Jha) है।

संदीप कुमार झा 2014 बैच के IAS ऑफिसर हैं. उनपर 26 नवंबर को सिरसिला के विधायक और बीआरएस नेता टी रामा राव ने कांग्रेस कार्यकर्ता की तरह व्यवहार करने और बीआरएस कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में शामिल होने का आग्रह करने का आरोप लगाया था. राव ने अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था. राव ने आगे कहा कि जिला कलेक्टर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं. ऐसे लोगों से डरो मत. यहां तक कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी भी बीआरएस का कुछ नहीं कर सकते।

BRS नेता ने आगे कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारियों को बीआरएस के सत्ता में लौटने पर अच्छा सबक सिखाया जाएगा. तेलंगाना आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने भी राव के हालिया अपमानजनक बयान के बारे में “गहरी चिंता और कड़ी निंदा” की है. इसके अलावा एसोसिएशन ने इस तरह के बयान वापस लिए जाने और अनुचित टिप्पणियों के लिए माफी मांगने की बात कही है।

UPSC में हासिल की 70वीं रैंक
IAS संदीप कुमार झा ने वर्ष 2013 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा को पास किया था. इस परीक्षा में उन्होंने 70वीं रैंक हासिल की थी. वह तेलंगाना कैडर के आईएएस अधिकारी हैं लेकिन मूलत: बिहार के रहने वाले हैं. उन्होंने मेंस की परीक्षा में कुल 699 अंक मिले थे. वहीं यूपीएससी इंटरव्यू की बात करें, तो उन्हें 150 अंक मिले हैं. इसके अलावा IAS संदीप कुमार झा ने यूपीएससी की परीक्षा में कुल 849 अंक प्राप्त किए थे. संदीप कुमार झा अभी तेलंगाना के राजन्ना सिरसिला जिले के डीएम और कलेक्टर हैं।

केटीआर, जो बीआरएस के सत्ता में रहने के दौरान मंत्री थे, नवंबर 2023 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से सत्तारूढ़ कांग्रेस के साथ कई बार भिड़ चुके हैं. इस महीने की शुरुआत में राव ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के साले को अटल मिशन फॉर रिजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (AMRUT) के तहत 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के ठेके दिए गए, जबकि उनकी कंपनी के पास आवश्यक योग्यता नहीं थी।

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