नई दिल्ली । देवेगौड़ा का परिवार सेक्स स्कैंडल मामले में फंसता चला जा रहा है. एचडी देवेगौड़ा के पोते और कर्नाटक के हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़ा सेक्स स्कैंडल सामने आने के बाद अब उन्हें जनता दल (सेक्युलर) से निकालने की मांग पार्टी के अंदर उठने लगी है. हुबली में आज जेडीएस कोर कमेटी की बैठक में प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से निलंबित करने का फ़ैसला ले लिया गया है।.इधर, स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्रज्वल रेवन्ना फिलहाल विदेश में है… उनके पिता ने इन ऑडियो-वीडियो क्लिप्स को अपने परिवार के खिलाफ साज़िश बताया है. वहीं, कुमारस्वामी ने ख़ुद को अपने भाई के परिवार से अलग बताया. कर्नाटक के हासन में जेडीयू सांसद और एनडीए के मौजूदा उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी की मांग हो रही है. लोग सड़क पर उतरे हुए हैं.
2800 अश्लील क्लिप्स, लड़कियों को ब्लैकमेल…
बताया जा रहा है कि बरामद की गई पेन ड्राइव्स में 2800 के आसपास अश्लील ऑडियो-वीडियो क्लिप्स और अश्लील तस्वीरें हैं. सभी क्लिप्स में आवाज़ प्रज्वल रेवन्ना की बताई जा रही है. कुछ महिलाओं के साथ ज़ोर-ज़बरदस्ती भी दिख रही है. हालांकि, ज़्यादातर महिलाएं जो प्रज्वल रेवन्ना की शिकार बनीं, वो विरोध नहीं कर पाईं. ये आरोप भी लग रहे हैं कि इन वीडियो को प्रज्वल ने खुद रिकॉर्ड कर महिलाओं को ब्लैकमेल भी किया.
एचडी कुमारस्वामी ने रेवन्ना से किया किनारा
लोकसभा चुनाव के दौरान प्रज्वल रेवन्ना के सेक्स स्कैंडल ने सियासी भूचाल खड़ा कर दिया है. फिर प्रज्वल कोई छोटे-मोटे नेता नहीं हैं. वह पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के भतीजे. हालांकि, कुमारस्वामी का कहना है कि उनका परिवार रेवन्ना के परिवार से अलग है और प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना इस मामले को साज़िश बता रहे हैं.
प्रज्वल रेवन्ना के पिता की सफाई
प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा, “मुझे पता है कि किस तरह की साजिश चल रही है. मैं उनमें से नहीं हूं, जो डर जाऊंगा और भाग जाऊंगा. उन्होंने कुछ ऐसा जारी किया है जो 4-5 साल पुराना था. उन्हें पार्टी से निष्कासित करना पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया गया है. चूंकि एसआईटी जांच कर रही है, इसलिए मैं आगे कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा.”
देश छोड़कर कैसे चले गए प्रज्वल रेवन्ना…?
कर्नाटक में जेडीएस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही बीजेपी की इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. कर्नाटक के गुलबर्गा में मौजूद प्रियंका गांधी ने इस मामले में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा. 26 अप्रैल को मतदान के बाद प्रज्वल जर्मनी चला गया. ये पूछा जा रहा है कि प्रशासन ने उसे रोका क्यों नहीं..? प्रशासन की सफ़ाई है कि उसे प्रज्वल रेवन्ना की सेक्स पेन ड्राइव की जानकारी नहीं थी. डिप्टी कमिशनर हासन सत्य भामा ने कहा कि चुनाव की वजह से हम लोग सब काफी व्यस्त थे और इस बारे में हमें जानकारी नहीं थी. ज़िला प्रशासन का कहना है कि उसे जानकारी नहीं थी. चुनाव खत्म होते ही आरोपी प्रज्वल रेवन्ना विदेश भाग गया. इसके बाद ही महिला आयोग के कहने पर राज्य सरकार ने एफआईआर दर्ज करवाने के साथ साथ एसआईटी के गठन की घोषणा की. इससे सिद्धारमैय्या सरकार की नीयत पर भी सवाल उठ रहे है कि हाई प्रोफाइल मामलों में सिस्टम किस तरह काम करता है.