नई दिल्ली। सीबीआई ने GNCTD के दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड के लीगल ऑफिसर विजय मागो, सतीश नाम के एक शख्स और एक अज्ञात व्यक्ति को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. इस मामले में कुल तीन लोगों को पकड़ा गया है.सीबीआई इनके ठिकानों से छापेमारी के दौरान 3.79 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं. सीबीआई ने 7 नवंबर 2024 को GNCTD के दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड के लीगल ऑफिसर समेत तीन लोगों के खिलाफ रिश्वत मांगने का केस दर्ज किया था।
सीबीआई को शिकायत मिली थी कि इस लीगल ऑफिसर और दो लोगों ने एक कारोबारी की दो दुकानों को सील कर दिया था. उसको खोलने के लिए 40 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी. इसके बाद सीबीआई ने 7 नवंबर को छापा मारकर आरोपियो को 5 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. इनके ठिकानों पर सर्च करके 3 करोड़ 79 लाख रुपये कैश और कुछ प्रॉपर्टी के कागजात बरामद किए गए हैं।
इसके अलावा सीबीआई ने सुरक्षा उपकरणों का कारोबार करने वाली एक कंपनी से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करने के लिए रिश्वत लेने के आरोप में चंडीगढ़ दमकल विभाग के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये अधिकारियों में से एक दमकल केंद्र अधिकारी शामिल है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों के अनुसार, सीबीआई ने गुरुवार को मनीमाजरा केंद्र के ‘लीड फायरमैन’ कमलेश्वर नेहरा को उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह एसएफओ (दमकल केंद्र अधिकारी) दशेरू सिंह की ओर से एक इंजीनियर से कथित तौर पर 80 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था, और बाद में सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
एजेंसी ने अग्नि सुरक्षा उपकरणों का कारोबार करने वाली एक कंपनी के इंजीनियर की शिकायत पर कार्रवाई की. इंजीनियर ने शिकायत में कहा कि उनकी कंपनी ने चंडीगढ़ में एक व्यावसायिक परिसर में अग्निशमन एवं अग्नि अलार्म प्रणाली स्थापित की थी. सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि ‘यह भी आरोप लगाया गया कि मनीमाजरा केंद्र के आरोपी एसएफओ ने परिसर का दौरा किया तथा अग्निशमन एवं अलार्म प्रणाली के लिए एनओसी जारी करने के लिए एक लाख रुपये की मांग की.’ प्रवक्ता ने बताया कि सीबीआई ने गिरफ्तारी के बाद मनीमाजरा अग्निशन केंद्र और दोनों अधिकारियों के आवासों पर छापेमारी की और एजेंसी ने आरोपी एसएफओ के घर से चार लाख रुपये नकद तथा आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए।