IAS: फुल टाइम जॉब के साथ रोज 4-5 घंटे पढ़कर चौथे प्रयास में क्रैक की UPSC परीक्षा, बनीं IAS
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के बारे में धारणा है कि इसे फुल टाइम जॉब के साथ क्रैक नहीं किया जा सकता. लेकिन कई प्रतिभाशाली लोगों ने इस धारणा को गलत साबित करके आईएएस अफसर बने हैं. इनमें से ही एक हैं आईएएस अधिकारी यशनी नागराजन. उन्होंने फुल टाइम जॉब के साथ रोज 4-5 घंटे की पढ़ाई करके यूपीएससी 2019 में 57वीं रैंक हासिल की थी।
यशनी नागराजन ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा अपने चौथे प्रयास में पास की थी. वह इस सफलता का श्रेय टाइम मैनेजमेंट को देती हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि यूपीएससी की तैयारी के लिए जॉब छोड़ना जरूरी नहीं है. जरूरत है तो डेडिकेशन और स्मार्ट टाइम मैनेजमेंट की. परीक्षा की तैयारी और जॉब दोनों को बैलेंस किया जा सकता है।
यशनी नागराजन की स्कूलिंग केंद्रीय विद्यालय नाहरलागुन, अरुणाचल प्रदेश से हुई है. इसके बाद उन्होंने युपिया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक किया. मूल रूप से तमिलनाडु की रहने वाली यशनी के पिता थंगावेल नागराजन अरुणाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग से सेवानिवृत्त इंजीनियर हैं. जबकि मां गुवाहाटी हाईकोर्ट में रजिस्ट्री की ईटानगर ब्रांच में सुपरिंटेंडेंट थीं. हालांकि यशनी का जन्म और परवरिश अरूणाचल प्रदेश में हुई है।
यशनी नागराजन बताती हैं कि वह जॉब के साथ रोज चार से पांच घंटे पढ़ाई करती थीं. वीकेंड पर अक्सर पूरे दिन पढ़ाई करती थीं. रजनी कहती हैं कि जॉब के साथ परीक्षा की तैयारी करने में वीकेंड का अधिकतम इस्तेमाल करना चाहिए. इफेक्टिव स्टडी के लिए टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है।
यशनी का मानना है कि फुल टाइम जॉब के साथ यूपीएससी की तैयारी करना चुनौतीपूर्ण है. लेकिन नौकरी के साथ तैयारी करने से तनाव कम रहता है. भले ही आप परीक्षा में सफल न हो पाएं।