देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून ट्रांसफर होकर आए ये डीएम साहब व्यवस्थाओं को सुधारना चाहते हैं. ऐसे में वह कहीं भी आम आदमी बनकर पहुंच जाते हैं और हालात का जायजा लेते हैं. अभी हाल ही में वह आम आदमी बनकर अस्पताल भी पहुंचे थे और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया था. जिसके बाद वह शराब के ठेके पर भी कस्टमर बनकर पहुंचे थे. यहां पर दुकानदार ने उनसे भी तय कीमत से 20 रुपये अधिक वूसल लिए. बाद में डीएम ने दुकान वाले पर कार्रवाई करते हुए 50 हजार का जुर्माना ठोंक दिया।
ये आईएएस अफसर हैं साविन बंसल. हाल ही उनका ट्रांसफर देहरादून के लिए हुआ है. उन्होंने 6 सितंबर को ही कार्यभार ग्रहण किया है. जब उन्होंने देहरादून डीएम के रूप में पदभार ग्रहण किया, तो फेसबुक पर उनके कमेंट बॉक्स में लोगों ने तमाम तरह की समस्याएं गिनाईं, जिसको संज्ञान में लेकर डीएम लगातार सक्रिय हैं, और जगह-जगह औचक निरीक्षण कर रहे हैं. इसी क्रम में वह शराब के ठेके पर भी पहुंचे थे।
देहरादून के डीएम पद पर तैनात साविन बंसल 2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वह मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं. उन्होंने 2008 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी. यूपीएससी सीएसई 2008 की फाइनल लिस्ट में उनका नाम 28वें स्थान पर है, जिसमें उनकी रैंक 34 बताई गई है. आईएएस की ट्रेनिंग के बाद उन्हें उत्तराखंड कैडर अलॉट किया गया. जिसके बाद से वह उत्तराखंड में ही अलग अलग पदों पर कार्य कर रहे हैं. सविन बंसल उत्तराखंड के अल्मोड़ा और नैनीताल के डीएम भी रह चुके हैं. यहां भी हर तरफ उनके काम की तारीफ की गई।
सविन बंसल ने मैकेनिक इंजीनियरिंग से बीटेक किया है. उन्होंने नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी कुरुक्षेत (NIT)से यह कोर्स किया था. उनकी लिंक्डिन प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से रिस्क डिजास्टर में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. देहरादून के डीएम सविन बंसल ने सोशल मीडिया पर किए गए एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्होंने दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) दी, तो उनका सेलेक्शन आईएएस (IAS) के लिए हुआ. बंसल ने इसी इंटरव्यू में बताया था कि उनके हर निर्णय में चाहे वह स्नातक की पढ़ाई हो या सिविल सेवा की तैयारी, उनके परिवार ने हमेशा उनका साथ दिया. उन्होंने अपने भाई रॉबिन बंसल के बारे में बताया था कि वह उनके बिना सफल नहीं हो सकते थे.
2021 में मिल चुकी है स्कॉलरशिप
आईएएस सविन बंसल को वर्ष 2021 में यूनाइटेड किंगडम कॉमनवेल्ड स्कॉलरशिप के लिए भी चुना गया था. वह भारत से इकलौते ऐसे आईएएस अफसर थे, जिन्हें यूके की इस स्कॉलरशिप के लिए चुना गया था. आपको बता दें कि यूके की ओर से कॉमनवेल्थ स्कॉलरशिप दी जाती है, जो ब्रिटेन की अलग अलग यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए दी जाती है. इस स्कॉलरशिप के लिए अलग अलग देशों से आवेदन आते हैं जिसमें भारत से सिर्फ सविन बंसल का ही चयन हुआ था।