रुपयों के लेन-देन में युवक को पीटा

अलीगढ़ । थाना अकराबादक्षेत्र के गांव दीपपुर में शनिवार की रात रुपयों के लेन-देन को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। वहीं विवाद के दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति के घायल कर दिया। घटना की सूचना पर पुलिस ने घायल को उपचार के लिए अस्पताल भेजा है। गांव दीपपुर निवासी  धीरज कुमार पुत्र शिवचरन ने बताया है कि शनिवार की रात समय करीब आठ बजे वह अपने घर के बाहर खड़ा था। इसी दौरान पड़ोस के ही तीन आरोपियों ने उसके साथ गाली गलौज करते हुए पीटना शुरू कर दिया। तथा एक आरोपी ने उसके सिर पर कुल्हाड़ी से प्रहार कर घायल कर दिया है। पीड़ित ने थाने पहुंच कर आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर पुलिस से कार्यवाही करने की मांग की है।लखनऊ (ईएमएस)। विपक्ष द्वारा बीते दिनों संभल और बहराइच में हुई साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर सरकार को घेरने के प्रयास को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुरजोर तरीके से विफल कर दिया। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि भारत में राम की संस्कृति रहेगी बाबर की संस्कृति नहीं। उन्होंने कहा कि जय श्रीराम सांप्रदायिक संबोधन नहीं है। राम के बिना हमारा कोई काम ही नहीं है। यदि जय श्रीराम बोलने पर उत्तेजना हो तो नीयत सभी लोग समझ सकते हैं।  सीएम योगी ने कहा कि हम लोग मिलने पर राम-राम बोलते हैं। अंतिम यात्रा में राम नाम सत्य बोलते हैं। राम नाम बोलना कहां से सांप्रदायिक हो गया। विपक्ष को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग सत्य पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संभल में विदेशी मुसलमान बनाम देशी की लड़ाई थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि साम्प्रदायिक हिंसा के मामले में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जायेगा।
सोमवार को विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने संभल और बहराइच में हुई साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर सरकार को घेरा और सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा की मांग की। विपक्ष ने सरकार पर साम्प्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया। विपक्ष के आरोपों का सिलसिलेवार जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों में 97 फीसदी तक की कमी आई है। 2012-2017 के दौरान सपा के कार्यकाल के दौरान 815 सांप्रदायिक दंगे हुए। इसमें 192 लोगों की मौत हुई। इससे पिछले कार्यकाल में भी 616 दंगे हुए। जिसमें 121 लोगों की मौत हुई। उन्होंने कहा कि संभल में 1982, 1986, 1990, 1992, 1996 में लगातार दंगे होते रहे। लगातार मौतें होती रहीं। अब तक 209 हिंदुओं की हत्या हो चुकी। लेकिन किसी ने उन निर्दाेष हिंदुओं के बारे में दो शब्द भी नहीं कहे। आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। सीएम ने कहा कि मुस्लिम त्योहार आराम से हो जाते हैं। उन्होंने सवाल किया कि दंगे सिर्फ उसी क्षेत्रों में क्यों होते हैं, जहां मुस्लिम आबादी होती है। उन्होंने कहा कि जब मंदिर के सामने से जुलूस निकल सकता है, तो मस्जिद के सामने से शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती। एक झंडा लगाने में युवक की हत्या हो गई। अपने ही देश में कोई एक झंडा क्यों नहीं लगा सकता। भगवा झंडा क्यों नहीं लग सकता ? 
सीएम योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि मंदिर निकल आएगा तो क्या मंदिर बन जाएगा। कहा कि बाबर नामा भी यही कहता है कि मंदिर को तोड़कर ही हर मस्जिद को बनाया गया है। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान दो दिन कोई शांति भंग नहीं हुई। लेकिन तीसरे दिन जुमे के नमाज के बाद जो सक्रियता देखी गई। उसके बाद घटना हुई। उन्होंने कहा कि ज्यूडिशियल कमेटी बनाई गयी है और उसकी रिपोर्ट भी विधानसभा में रखी जायेगी। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा लेकिन विपक्ष सच्चाई को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि दंगे में शामिल, तमंचा लहराते, पत्थर फेंकते लोगों के सारे विजुअल हैं। दोषी को कोई बचा नहीं पाएगा। दंगे और दंगाइयों के प्रति सरकार की जीरो टॉलरेंस है। उन्होंने कहा कि किसी को कहीं से भी निकलने से कोई नहीं रोक सकता। बहराइच में परंपरागत यात्रा निकलने के दौरान घटना की गई। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब के संविधान में धर्म निरपेक्ष, पंथ निरपेक्ष या समाजवाद का एक भी शब्द नहीं है। विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुुए उन्होंने कहा कि लोगों को भ्रमित करके आप लोग सिर्फ सत्ता हथियाना चाहते हैं। कहा कि संभल घटना के जो भी दोषी हैं, कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 7.5 वर्ष में सभी पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हुए। सभी वीवीआईपी विजिट शांति से संपन्न हुए। 2025 में यूपी को दुनियाभर का समागम करने का अवसर मिल रहा है। तो विपक्ष से अपील है कि अपने वक्तवयों को ठीक रखें। कोई भी अराजकता करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।

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