नकली दवाइयों के निर्माण और विक्रय पर सरकार लगाएगी रोक-योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार नकली दवाइयों के निर्माण तथा विक्रय पर रोक लगायेगी। शीतकालीन सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल के दौरान जसराना के विधायक सचिन यादव उर्फ जखई के तारांकित प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री योगी ने यह जानकारी दी। सचिन यादव ने यह प्रश्न किया था कि क्या मुख्यमंत्री बताने की कृपा करेंगे कि नकली दवाइयों के निर्माण तथा विक्रय पर सरकार रोक लगायेगी? उन्होंने पूछा था कि क्या सरकार प्रदेश में नकली दवाइयों के कारोबार की रोकथाम हेतु उठाये गये कदमों तथा उक्त में लिप्त दोषियों के विरूद्ध की गई कार्रवाई का विवरण सदन के पटल पर रखेगी? लिखित जवाब में योगी ने कहा कि सरकार नकली दवाइयों के निर्माण तथा विक्रय पर रोक लगायेगी।
उन्होंने कहा कि नकली औषधियों के कारोबार की रोकथाम हेतु खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा प्रदेश में 24,492 (22151 निरीक्षण एवं 2341 छापे) कार्यवाहियां की गयीं। मुख्यमंत्री के अनुसार कहा कि इसमें कुल 26,225 नमूने संग्रहित किये गये जिसमें 301 नकली औषधियों के प्रकरण पाये गये। इसके लिए 19 करोड़ 76 लाख पांच हजार आठ सौ रुपये अनुमानित मूल्य की औषधियों को जब्त किया गया तथा 250 नकली औषधियों के मामलों में अदालत में वाद दायर किया गया। शेष 51 नकली औषधि मामले विचाराधीन हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि मामलों में 27 प्राथमिकी दर्ज कराकर 60 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, कांग्रेस दल नेता आराधना मिश्रा मोना एवं विनोद चतुर्वेदी द्वारा पूछे गए एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लिखित जवाब में कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ‘एलोपैथिक’ चिकित्सकों के सृजित कुल 7882 पदों के सापेक्ष वर्तमान 6997 चिकित्सक कार्यरत हैं और इनमें 885 पद रिक्त हैं। उन्होंने बताया कि नियमित ‘फार्मासिस्ट’ के सृजित कुल 5984 पदों के सापेक्ष 5200 ‘फार्मासिस्ट’ कार्यरत हैं एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कुल 1601 ‘फार्मासिस्ट’ संविदा के रूप में कार्यरत हैं।