मुंबई । बिटकॉइन की तेजी से बढ़ती कीमतों ने विश्व के ध्यान को आकर्षित किया है, जिसका परिणाम यह हुआ कि यह सबसे पुरानी और सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बन गई है। वर्तमान में बिटकॉइन की कीमत ने 1,06,000 डॉलर का पार कर दिया है, जो भारतीय करेंसी के हिसाब से लगभग 90 लाख रुपए के बराबर है। इसके साथ ही बिटकॉइन का मार्केट कैप अब 2.1 ट्रिलियन डॉलर हो गया है, जो गूगल को पछाड़ने में केवल 10 फीसदी की दूरी बची है। विशेषज्ञों का मानना है कि नए साल में बिटकॉइन की कीमत और बढ़ सकती है और 2025 तक 2,00,000 डॉलर तक पहुंच सकती है। इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप का एक बयान भी बिटकॉइन की कीमतों में तेजी का कारण बन गया है। ट्रंप ने बिटकॉइन को ऑयल रिजर्व की तरह देश में एक रिजर्व के रूप में बचाने की योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त अन्य क्रिप्टोकरेंसीज की कीमतें भी बढ़ी हैं, जैसे कि ईथेरियम ने करीब 3 फीसदी की तेजी के साथ 4,014 डॉलर पर पहुंच गई है। उच्च मान्यता वाले विशेषज्ञ का मानना है कि 2025 तक बिटकॉइन की कीमत 200,000 डॉलर तक पहुंच सकती है। इस धरातल पर 5 दिसंबर को बिटकॉइन की कीमत पहली बार 100,000 डॉलर के पार पहुंची थी। सार्थक निर्णय और सबसे नवाचारी समयों में क्रिप्टोकरेंसी बाजार अपने विकास की ओर बढ़ रहा है, जिससे न तो सिर्फ एक संकेतिक मूल्यांकन होगा बल्कि यह एक अत्यधिक उत्साही नया पूल भी तैयार करेगा।