महाकुम्भ में वीआईपी और वीवीआईपी अतिथियों के लिए होगी विशेष व्यवस्था
महाकुम्भ नगर । यूपी की संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के साथ ही बड़ी संख्या में विशिष्ट और अति विशिष्ट अतिथियों के आने की संभावना को देखते हुए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने विशेष प्रबंध किए हैं। अधिकारियों ने कहा कि मेले में आने वाले विशिष्ट और अति विशिष्ट अतिथियों को महाकुम्भ मेला की सुखद अनुभूति का अहसास कराने एवं उनके रुकने तथा अन्य प्रोटोकॉल की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है।
मेला प्राधिकरण से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, “महाकुम्भ के दौरान देश-विदेश के तीर्थयात्री, पर्यटक, विशिष्ट एवं अति विशिष्ट व्यक्तियों के अलावा उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायमूर्तियों का भी आगमन होगा। मेला क्षेत्र में विशिष्ट-अतिविशिष्ट महानुभावों के आगमन के दौरान सुविधा के लिए चौबीसों घंटे और सातों दिन सक्रिय रहने वाला कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसमें अधिकारी-कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है।” उन्होंने बताया कि मेले में आने वाले महानुभावों की प्रोटोकॉल व्यवस्था के लिए शासन स्तर से तीन अपर जिलाधिकारी, तीन उप जिलाधिकारी, तीन नायब तहसीलदार एवं चार लेखपाल तैनात किए गए है। इसके साथ ही, सभी 25 सेक्टरों में डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात हैं, जो अपने अपने सेक्टर में प्रोटोकॉल की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
महाकुम्भ मेला 2025, 13 जनवरी को प्रथम मुख्य स्नान पर्व (पौष पूर्णिमा) 2025 से प्रारम्भ होकर अंतिम मुख्य स्नान पर्व (महाशिवरात्रि) 26 फरवरी तक कुल 45 दिनों की अवधि में सम्पन्न होगा। अधिकारियों के मुताबिक, विशिष्ट/अतिविशिष्ट महानुभावों की प्रोटोकॉल व्यवस्था के तहत महाकुम्भ-2025 के दौरान 50 टूरिस्ट गाइड और अन्य सहायक कर्मचारियों की भी तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मेले में आने वाले महानुभावों को ठहरने की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में पांच स्थलों पर 250 टेंट की क्षमता के सर्किट हाउस की व्यवस्था की गई है। साथ ही पर्यटन विभाग के निर्देशन में पर्यटन विकास निगम द्वारा 110 काटेज की टेंट सिटी और सेवा प्रदाताओं के माध्यम से 2200 काटेज की टेंट सिटी विकसित की जा रही है जिसकी बुकिंग प्रयागराज मेला प्राधिकरण की वेबसाइट के माध्यम से की जा सकती है। उन्होंने बताया कि स्नान के लिए घाट तैयार करने के अलावा नदी में जेटी एवं मोटर बोट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार के कुल 15 विभागों ने अपने शिविर स्थापित किए हैं जिनमें विभागीय अधिकारियों को ठहरने की सुविधा होगी। इसी तरह, मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार के कुल 21 विभागों द्वारा अपने शिविर लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, जिला प्रशासन प्रयागराज के अधीन उपलब्ध 21 अतिथि गृहों में कुल 314 कक्षों की व्यवस्था विशिष्ट और अति विशिष्ट अतिथियों के लिए की गई है।